Bareilly : नगर निगम का कार्यकारिणी चुनाव सैटरडे को हंगामे और पार्षदों की तीखी झड़प के बीच पूरा हुआ. चुनाव में शासन नामित पार्षदों को वोटर्स लिस्ट में शामिल किए जाने पर सदन में विरोध उठा जो कुछ ही देर में हंगामे और गाली-गलौज के माहौल में बदल गया. शासन नामित पार्षदों को वोटर्स लिस्ट में शामिल न किए जाने की मांग कर रहे भाजपा पार्षदों का सपा पार्षदों ने घेराव कर लिया. इससे नाराज मेयर डॉ. आई एस तोमर ने पार्षदों की इस हरकत पर उन्हें सदन से बाहर किए जाने की चेतावनी दी. बीच-बचाव के बाद मामला शांत कर 1.30 बजे चुनाव की कार्यवाही शुरू हो सकी.


शासन नामित पार्षदों पर विवादनगर निगम कार्यकारिणी चुनाव में 70 वाड्र्स के सभी पार्षदों के अलावा शासन से नामित 10 पार्षदों को भी पोलिंग में शामिल करने का फैसला लिया गया। इससे नाराज नेता विपक्ष भाजपा पार्षद विकास शर्मा ने सदन में मेयर से इसे संविधान के तहत गलत ठहराया जिस पर हाईकोर्ट में स्टे होने की बात कही। लेकिन मेयर ने नगर निगम एक्ट में संशोधन किए जाने और कोर्ट में स्टे वैकेट किए जाने का हवाला देते हुए सभी 10 पार्षदों को पोलिंग में शामिल किए जाने का फैसला किया। इससे नाराज एक अन्य भाजपा पार्षद छंगामल मौर्या ने टेबल पर खड़े होकर विरोध जताया तो जवाब में सपा पार्षदों ने उनका घेराव कर मिसबिहेव किया। भाजपा पार्षद विकास शर्मा ने इस पूरे घटनाक्रम को साजिश करार दिया। साथ ही इसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही।

Posted By: Inextlive