संडे को निपटाए जाते हैं निगम के काम
-संडे को निर्माण, स्वास्थ्य और लेखा विभाग खुले मिले
-बिना अधिकारियों की जानकारी के खुले रहे विभाग -दागी कर्मचारियों के भरोसे विभाग की अहम फाइलेंBAREILLY: अक्सर सुस्त वर्किंग को लेकर निशाने पर रहने वाले सरकारी विभागों के लिए नगर निगम एक नजीर बन रहा है। एक ओर जहां वर्किंग डेज में भी काम न करने के आरोपों से घिरे रहने वाले सरकारी विभाग हैं। वहीं दूसरी ओर नगर निगम है, जो संडे को भी अपने बंद पड़े विभागों के ताले खोल रहा है। हालांकि इस कवायद की जानकारी खुद निगम के आला अफसरान को नहीं है। अधिकारियों के आदेश के बिना ही निगम के कई विभाग खुल रहे हैं। जिनमें ऐसे कर्मचारी और बाबू जरूरी काम निपटा रहे हैं, जो गड़बडि़यों के मामलों में जांच के दायरे में हैं। ऐसे दागी कर्मचारियों के हाथों विभागों के कौन से जरूरी काम निपटाए जा रहे हैं, जो छुट्टी वाले दिन ही पूरे हो सकते हैं। फिलहाल इस सवाल का जवाब निगम के जिम्मेदारों के पास नहीं है।
कहीं फाइलें तो कहीं मूवीसंडे को निगम में अंदर ही अंदर जरूरी काम हो रहा था। कहीं फाइलें निपटाई जा रही थी तो कहीं कम्प्यूटर पर मूवी का मजा लिया जा रहा था। निगम का निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और लेखा विभाग संडे को दोपहर एक बजे खुले पाए गए। हर विभाग में एक दो बाबू कुछ फोर्थ क्लास कर्मचारियों के साथ डटे हुए थे, लेकिन इस दौरान कोई भी अधिकारी वहां मौजूद नहीं था। दोपहर एक बजे के बाद से निगम के इन विभागों में कुछ और बाबू और कर्मचारियों की आवक बढ़ने लगी।
पेंडिंग वर्क का बहाना निगम में संडे को भी काम करने के सवाल पर लेखा और निर्माण विभाग के बाबू पेंडिंग वर्क निपटाने का बहाना देते नजर आए। निर्माण विभाग में बाबू भूपेन्द्र कुमार ने पुराना पेंडिंग वर्क निपटाने की बात कही। जिन पर नंदौसी मामले में जांच चल रही है। वहीं लेखा विभाग के क्लर्क हुसैन अली शासन से मिले नए डेवलेपमेंट सॉफ्टवेयर के तहत फाइलों में सुधार किए जाने का तर्क देते नजर आए। पेंडिंग वर्क वर्किंग डेज में पूरा न हो पाने के सवाल बाबू और कर्मचारी सही जवाब भी न दे पाए। अधिकारियों को खबर नहींपेंडिंग वर्क पूरा करने की जिम्मेदारी निभा रहे इन कर्मचारियों की संडे वर्किंग से खुद निगम के तमाम अधिकारी भी अनजान हैं। निर्माण विभाग के दोनों एक्सईएन की जानकारी के बिना विभाग के ताले खोले गए थे। वहीं लेखा विभाग में भी बिना एकाउंट ऑफिसर की परमिशन के जरूरी काम निपटाया जा रहा था। विभागीय अधिकारी से लेकर अपर नगर आयुक्त और नगर आयुक्त तक को संडे की छुट्टी वाले दिन भी निगम के खुले होने और काम होने की भनक नहीं थी।
निगम के विभागों में ऐसा कोई पेंडिंग वर्क नहीं जिसे पूरा करने को संडे को कर्मचारी काम कर रहे हों। मेरे संज्ञान में यह मामला पहले नहीं आया था। मामले की पूरी जांच के बाद इसकी रिपोर्ट नगर आयुक्त को भेजी जाएगी। - सच्चिदानंद सिंह, अपर नगर आयुक्त