Bareilly: 'न हिंदू बनेगा न मुसलमान बनेगा इंसान की औलाद है इंसान बनेगा ...Ó तनावपूर्ण समय में कुछ ऐसा दिखा की बरबस ही आपकी जुबां पर भी यह पाक गीत आ जाए. एक ही रिक्शे पर दो नवजात को लेकर उनकी मां अपनी सास के साथ कफ्र्यू में भी खुशी-खुशी घर जा रही थीं. दोनों अलग-अलग मजहब की हैं लेकिन उनमें प्यार ऐसा है की लोगों को आपसी भाईचारे का संदेश देता है. बच्चों के नाम को लेकर उनका सीधा कहना है कि नाम में क्या रखा है.


नाम में क्या रखा हैथर्सडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक ही समय पर दो बच्चों का जन्म हुआ। एक की मां का नाम मैनाज है। मैनाज ने एक बेटे को जन्म दिया है। मैनाज की सासु का नाम रफीकन है। वहीं दूसरे बच्चे की मां का नाम रचना है। रचना ने एक बेटी को जन्म दिया है। रचना की सासु का नाम सोमवती है। दोनों बच्चों की माताओं से जब पूछा गया कि बच्चों का नाम क्या है तो उन्होंने कहा कि नाम में क्या रखा है। अभी तो दोनों ने चंद घंटो पहले इस दुनिया में कदम ही रखा है। दोनों एक ही रिक्शे में बैठ कर घर जा रही थीं। साथ में दोनों की दादी भी थीं। सभी को रचना के पति नन्हें घर ले जा रहे थे।दोनों इंसान की औलाद हैं


नन्हें ने बताया कि कफ्र्यू की वजह से हॉस्पिटल में दिक्कत हो रही थी। वहीं घर ले जाने के लिए कोई व्हीकल भी नहीं मिल रहा है इसीलिए खुद रिक्शा लेकर सभी को घर लेकर चल दिया। उसने बताया कि कुछ जगह पुलिस ने रोका लेकिन जैसे ही दोनों ने बच्चों और उनकी मां को देखा तो तुरंत ये कहते हुए जाने दिया कि ये तो मजहब की एकता की मिसाल जा रहे हैं।

Report by Anil Kumar.

Posted By: Inextlive