बदनाम कोठी में कौन थी खाकी वर्दी वाली
- प्रॉपर्टी डीलर नितिन गुप्ता के मर्डर के बाद सामने आया बदनाम कोठी का नाम
-नितिन का दोस्त तरुण पिछले कुछ दिनों से इसी कोठी में रहता था, कोठी के बाहर ही हुआ है मर्डरBAREILLY: नितिन गुप्ता के मर्डर में सामने आयी बदनाम कोठी का राज बहुत गहरा है। इस कोठी को ऐसे ही बदनाम कोठी नहीं कहा गया। यहां काफी समय से अय्याशी का अड्डा चलता था। इस अड्डे की संचालिका एक वर्दीधारी महिला थी। करीब क्भ् दिन पहले भी पड़ोसियों ने पुलिस से सैक्स रैकेट चलने की शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने सिर्फ महिला को वहां से भगाकर अपनी इतिश्री कर ली। पुलिस ने इस कोठी को कभी गंभीरता से ही नहीं लिया। मर्डर के बाद एसपी सिटी ने कोठी को सील करने और इसमें किसी के प्रवेश ना करने का आदेश दिया था, लेकिन पड़ोसियों की मानें तो ट्यूजडे पुलिस ही कोठी में तरुण को लेकर पहुंची थी। हालांकि बाद में पुलिस ताला लगवाकर वापस चली गई।
महानगर के डॉक्टर की है कोठीपड़ोसियों ने बताया यह मकान महानगर के रहने वाले डॉक्टर का है। डॉक्टर अपना मकान हमेशा किराये पर उठा देता है। इस मकान में एक महिला आकर रहने लगी। महिला खाकी वर्दी पहनती थी। उसकी वर्दी पर यूपी सुरक्षा लिखा रहता था। पड़ोसियों की मानें तो महिला खाकी वर्दी लोगों पर धाक जमाने के लिए पहना करती थी। धीरे-धीरे घर में लड़कियों का आना-जाना शुरू हो गया। आवारा युवक भी यहां आने लगे, जिससे लोगों को जीना दुश्वार हो गया। लोगों ने इसकी शिकायत पहले डॉक्टर से की लेकिन डॉक्टर ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। फिर पुलिस से कंप्लेन की गई लेकिन पुलिस आती और फिर वापस चली जाती।
क्भ् दिन पहले भी की थी कंप्लेन करीब क्भ् दिन पहले भी लोगों ने दो लड़कियों व युवकों के कोठी में होने की शिकायत की थी। पुलिस यहां पहुंची, लेकिन हर बार की तरह वही हाल रहा था। वहीं पुलिस सोर्सेस की मानें तो यहां एक महिला होमगार्ड रहती थी। वह ही लड़कियों को लाती थी। जब पुलिस को शिकायत मिली थी तो पुलिस ने उसे भगा दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की थी। कुछ दिन पहले ही तरुण यहां रहने आया था। आसपास के लोगों ने बदनाम कोठी होने की बात बतायी है। कोठी को सील करने के लिए इंस्पेक्टर को रिपोर्ट लगाकर सिटी मजिस्ट्रेट को भेजने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा यहां किसी के भी प्रवेश पर रोक लगा दी है।-राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली