मुसलमानों को भारत में मिली है मजहबी आजादी
- आतंकवाद के खिलाफ फतवा जारी, बोले उलेमा जेहाद के लिए भारत में जगह नहीं
BAREILLY: आतंकवाद के खिलाफ दरगाह आला हजरत से जुड़ी संस्था ऑल इंडिया तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम ने फतवा जारी किया है। जिसमें कहा है कि मौजूदा दौर में इस्लाम के नाम पर जेहाद की भारत में कोई जगह नहीं है क्योंकि भारत में मुसलमानों को मजहबी आजादी मिली हुई है। इसीलिए युवाओं को इन आतंकवादी संगठनों के बहकावे में नहीं आने की हिदायत दी है। आतंकी संगठन इस्लाम से खारिजराष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन ने बताया कि कुरआन और हदीस की रोशनी में साफ है कि जेहाद के नाम पर अलकायदा, आईएसआईएस, तालिबान, बोकोहरम, लश्करे तैयबा, इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे संगठन इस्लाम के खिलाफ काम कर रहें हैं। संगठन बूढ़े, बच्चों एवं महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। इस्लाम इस तरह की जंग, जिदाल और कत्ल के खिलाफ है। इस तरह के संगठन इस्लाम को कमजोर करने और पूरी दुनिया मे मुसलमानों को बदनाम कर रहे हैं। संगठनों को इस्लाम से खारिज करते हुए संघठनों में शामिल होने को हराम करार दिया।
देश भर में जाएंगे उलेमाऑल इंडिया तंजीम-ए-उलेमा इस्लाम के इस फतवे में आतंकी संगठनों को शरीयत की रोशनी में इस्लाम से खारिज किया गया है। जिस तरह से कल्याण, पुणे और कश्मीर के कुछ नौजवान आतंकी संगठनों में शामिल हो गए थे इसीलिए उलेमाओं ने यह फतवा जारी किया है ताकि युवा होशियार रहें। मौलाना शहाबुद्दीन ने बताया कि फतवे पर 14 राज्यों के मुफ्तियों ने सहमति जताई है और वो इस फतवे को लेकर देश भर में इस्लामिक संस्थाओं के प्रमुख से मिलने जाएंगे। उन्हें युवाओं को पथ भ्रष्ट न होने देने का सुझाव देंगे।