कैंट में बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या
बाइक सवार बदमाशों ने पीछा करने के विरोध में मारी गोली
पुलिस को घटना पर है संदेह, आंवला बीजेपी सांसद भी पहुंचे हॉस्पिटल BAREILLY: बरेली में बदमाशों के हौसले दिन ब दिन बुलंद होते जा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में ताबड़तोड़ हत्याओं से बरेली दहल गया है। मंडे रात भी कैंट में रक्षपाल बहादुर मैनेजमेंट कॉलेज के सामने बाइक सवारों ने बीजेपी कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना की सूचना पर तुरंत आंवला के सांसद धर्मेद्र कश्यप भी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में परिजनों का हाल जानने के लिए पहुंच गए। घटना क्रम और गोली लगने पर पुलिस को संदेह है इसलिए पुलिस ने डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने का डिसीजन लिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। बटाई पर ले रखे थे खेतमृतक की पहचान पीपल गौटिया निवासी फ्भ् वर्षीय सर्वेश कुमार के रूप में हुई है। सर्वेश के परिवार में पिता नत्थूलाल, मां विद्यादेवी, तीन भाई बृजेश, लव-कुश, पत्नी देवकी और चार च्च्चे राहुल, काजल, संजीवनी और राजकुमार हैं। सर्वेश का पूरा परिवार सांसद धर्मेद्र कश्यप का करीबी है और बीजेपी से भी जुड़ा हुआ है। सर्वेश पास के ही गांव क्यारा गौटिया में कश्मीर सिंह के खेतों को बटाई पर लेकर काम करता था।
काम करते वक्त लगी चोट
कश्मीर सिंह ने बताया कि करीब साढ़े चार बजे खेत पर काम करते सर्वेश के पैर में तार लग गया। इस पर वह दोनों इचौलिया से बाइक पर दवाई लेकर वापस आ रहे थे। इसी दौरान मंदिर के पास के सामने से सफेद कलर की बाइक पर तीन युवक आए। उनमें से एक ने उसको थप्पड़ मार दिया। इस पर उन्होंने बाइक मोड़ कर बदमाशों का पीछा किया। उन्होंने अपने एक दोस्त को भी साथ ले लिया और बभिया में शोर भी मचाया तो लोगों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश भी की लेकिन बदमाश भागने में कामयाब हो गए। इस पर वह बाइक मोड़कर वापस आने लगे। अचानक चली गोली कश्मीर का कहना है कि बाइक मोड़ने के लिए योगेश और सर्वेश उतरे। इतने में ही बदमाशों ने गोली चला दी, जो सर्वेश के सीने में लगी। सर्वेश चिल्लाया कि शायद उसे गोली लग गई है। उसे बाइक पर भी बैठाकर हॉस्पिटल लाए लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। पुलिस की मानें तो वहां पास में ही शराब का ठेका और मंदिर है लेकिन किसी ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी है। सभी से करने लगा झगड़ाघटना की सूचना पर सबसे पहले डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और उससे पूछताछ की तो वह गुस्से में जवाब देने लगा। वह मीडियाकर्मियों से भी उलझ गया। कुछ देर बाद मौके पर इंस्पेक्टर कैंट विद्याराम दिवाकर भी पहुंच गए। जब मोर्चरी में डेडबॉडी को निकालकर चेक किया गया तो गोली लगने पर संदेह हुआ। कुछ देर बाद मौके पर सीओ अरुण कुमार यादव और सांसद धर्मेद्र कश्यप भी पहुंचे और कश्मीर सिंह से पूछताछ की लेकिन कश्मीर ने उन्हें भी यही कहानी बतायी।
सांसद से लिपटकर रोए भाई अपने भाई की मौत की खबर पर सबसे पहले जिला अस्पताल दोनों छोटे भाई पहुंचे। दोनों सांसद के लिपटकर तेज-तेज रोने लगे। मंझला भाई बृजेश रो-रोकर कह रहा था कि उसके भाई तो बहुत ही सीधे थे। वह तो किसी से झगड़ा भी नहीं करते थे। सांसद ने दोनों को किसी तरह दिलासा दिलाया और पुलिस से मामले की सही जांच कराने की बात कही। घटना से जुड़े कुछ अहम सवाल -अगर बाइक सवारों ने थप्पड़ मारा था तो कश्मीर ने कुछ देर बाद पीछा क्यों किया -जब कई किमी तक पीछा कर लिया तो फिर रक्षपाल बहादुर के पास पहुंचने के बाद वापस क्यों लौटे-बाइक को मोड़ते वक्त दोनों लोगों को क्यों उतारा
-अगर बाइक से उतारा तो सर्वेश बाइक से कुछ दूर कैसे पहुंच गया -बदमाशों ने गोली अगर साइड से मारी तो सिर्फ सर्वेश के सीने में ही गोली कैसे लगी -सीने में गोली का निशान किसी नुकीली सूजे या फिर एयर गन जैसा है -अगर सीने में गोली मारी गई तो फ्क्भ् बोर की गोली पार होती और क्ख् बोर के छर्रे कई लगते -सीने में जितना बड़ा निशान है उससे कुछ छोटा निशान पीछे भी है लेकिन पीछे ना तो बनियान फटी है और ना ही शर्ट -सीने में सिर्फ बनियान पर ब्लड लगा है ना कि शर्ट पर -शर्ट में छेद भी ऐसा है जैसे उसे किसी से पहले फाड़ा गया हो -अगर दवाई दिलाकर वापस लौट रहे थे सर्वेश के पैर की उंगलियों से खून क्यों निकल रहा था और डॉक्टर ने पट्टी क्यों नहीं बांधी