यूजी और पीजी परीक्षाओं का मॉडल पेपर जारी
-स्टूडेंट्स के संशय को देखते हुए एमजेपीआरयू ने जारी किया मॉडल सेट
-छात्र नेता मॉडल पेपर जारी करने के लिए आरयू परीक्षा नियंत्रक को दे चुके थे ज्ञापन 548 महाविद्यालय हैं एमजेपीआरयू से एफिलेटेड 5-लाख कैंडिडेट्स सभी महाविद्यालयों से करते हैं स्टडी 9-डिस्ट्रक्ट में हैं आरयू के महाविद्यालय 15-जुलाई से एमजेपीआरयू के होंगे मेन एग्जाम 1:30-घंटा को होगा इस बार एग्जाम पेपर बरेली: एमजेपीआरयू ने मेन एग्जाम के लिए थर्सडे को एग्जाम का मॉडल जारी कर दिया है। इसको लेकर स्टूडेंट्स में एक संशय बना हुआ था जो अब दूर हो गया है। छात्र नेताओं ने भी इस संबंध में एमजेपीआरयू परीक्षा नियंत्रक का घेराव कर एग्जाम का मॉडल जारी करने की मांग की थी। एमजेपीआरयू के एक्सपर्ट टीम ने मॉडल तैयार किया है इसके बाद इस जारी किया गया है। यूजी का मॉडल बीए, बीकाम, बीएससी -पहला खंड दीर्घ उत्तरीय होगा, जिसके लिए 30 अंक निर्धारित किए गए, प्रश्नपत्र में दिए गए दीर्घउत्तरीय प्रश्नों में कोई एक हल करना होगा। प्रत्येक प्रश्नपत्र में यह व्यवस्था लागू रहेगी।
दूसरा खंड लघु उत्तरीय होगा। इसमें दस प्रश्नों में चार का उत्तर विद्यार्थी को देना होगा। इसके लिए 50 अंक निर्धारित किए गए हैं।तीसरा खंड बहु विकल्पीय प्रश्नों का होगा। दस विकल्प होंगे। इनमें किन्ही पांच का जवाब देना होगा। इसके लिए 20 अंक सुरक्षित किए गए हैं।
पीजी का मॉडल: एमए, एमकाम, एसएससी - पीजी के सभी प्रश्न अलग-अलग कराए जाएंगे। प्रश्नपत्र दो खंड में विभाजित होगा। पहले खंड में सात प्रश्न होंगे। इनमें किन्ही दो का जवाब देना होगा। प्रत्येक के लिए 35-35 अंक निर्धारित किए गए है। ये खंड कुल 70 पूर्णांक का होगा। दूसरे खंड में तीन प्रश्न होंगे। इनमें किसी एक का जवाब लिखना होगा। इस खंड का पूर्णांक 30 अंक होगा। साहित्यिक विषयों जैसे अंग्रेज, उर्दू, फारसी आदि से संबंधित यूजी और पीजी के प्रश्नपत्रों को तीन खंड में विभाजित किया जाएगा। पहले खंड में पाठ्यपुस्तक से संबंधित दिए गए गद्यांश अथवा पद्यांश में किसी एक का व्याख्या करनी होगी। इसके लिए 35 अंक निर्धारित है। दूसरे खंड में दो दीर्घ प्रश्न होंगे। जिसमें किसी एक का उत्तर देना होगा। इस खंड में 35 पूर्णांक होंगे। तीसरे खंड में तीन लघु उत्तरीय अथवा बीस बहुविकल्पीय प्रश्नों का जवाब देना होगा। इसके लिए 30 अंक निर्धारित किए गए है। मुख्य परीक्षा का प्रारुप छात्रों के समाधान को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है। इसके अनुसार ही छात्र तैयारी कर सकते है।अशोक कुमार अर¨वद, परीक्षा नियंत्रक, एमजेपीआरयू