मोबाइल व्यापारियों को दोगुना घाटा
-बोले मोबाइल व्यापारी बंद हो ऑनलाइन मोबाइल की डिलीवरी
-बाजार बंद रहने तक का माफ हो बिजली बिल, व्यापारी परेशान 250-से अधिक हैं शहर में मोबाइल शॉप 1-करोड़ का करीब कारोबार पर मंथ बरेली : कोरोना की दूसरी लहर ने मोबाइल कारोबार की कमर ही तोड़कर रख दी है। मोबाइल कारोबारियों का कहना है कि एक तो लॉकडाउन में उनकी शॉप और शोरूम बंद है तो वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स लोगों को होम डिलीवरी कर रही हैं, जिससे उन्हें दोगुना नुकसान उठाना पड़ रहा है। एक तो अपनी शॉप बंद है तो दूसरी ओर उनके ही कस्टमर्स को ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स मोबाइल होम डिलीवरी दे रही है। ऐसे में मोबाइल कारोबारी तो बेकार हो जाएगा। उसका कारोबार ही खत्म हो जाएगा। माफ किया जाए बिलएक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद थी लेकिन उसमें एक्टिव संक्रमितों की संख्या 600 से बरेली में अधिक होने के चलते बरेली अभी कुछ दिन लॉक रहेगी। यानि बरेली में कुछ दिन अभी और लॉकडाउन रहेगा। ऐसे में मोबाइल कारोबारियों के शोरूम भी बंद ही रहेंगे। लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से लोगों को होम डिलीवरी मिल रही है। जिससे उनका डबल नुकसान हो रहा है। इसीलिए जब तक लॉकडाउन रहे तब तक मोबाइल कारोबारियों का बिजली का बिल आदि सरकार माफ करे। साथ ही जो व्यापारी फाइनेंस कराएं हैं उसमें भी राहत दी जाए। ताकि व्यापारी इस नुकसान से उबर सके और व्यापार को फिर से शुारू कर सके।
ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर लगे रोक मोबाइल और लैपटॉप व्यापारियों की मानें तो उनका तो बिजनेस बंद है। ऐसे में ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स उनके भी कस्टमर्स को तोड़ रहे हैं। ऐसे में कस्टमर्स दोबारा कैसे आएगा। व्यापारी तो शोरूम भी लगाए है खर्च भी कर रहा है। इसके बाद भी घाटा उठा रहा है। अब ऐसे में सरकार जब तक ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर लगाम नहीं लगाम नहीं लगाएगी तब तक मोबाइल कारोबार उबरने वाला नहीं है। इसीलिए सरकार को कोई जरूरी कदम उठाने होंगे। व्यापारी इस लॉकडाउन में टूट गया है। -मार्केट बंद होने का फायदा तो ऑनलाइन बिजनेस करने वाली साइट्स ले रही हैं। व्यापारी इससे परेशान है इसके लिए कुछ एक्सट्रा चार्जेज होने चाहिए ताकि व्यापारी भी अपना व्यापार कर सके। संदीप, बटलर व्यापारी -व्यापारी को लॉकडाउन से डबल नुकसान हुआ है। अब व्यापारी तभी उबर सकता है जब सरकार कुछ हेल्प करें। क्योंकि एक तो व्यापार चौपट है दूसरी तरफ ऑनलाइन शॉपिंग से कस्टमर्स भी कट रहे हैं। नीलेश अग्रवाल, व्यापारी