एमजेपीआरयू इम्प्लॉयज ने किया सांकेतिक असहयोग
-अखिल भारतीय विवि कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर गैर-शिक्षण कर्मचारियों के जताया विरोध
बरेली: अखिल भारतीय विवि कर्मचारी महासंघ ने देश भर के विवि में कार्यरत सभी गैर-शिक्षण कर्मचारियों के आह्वान पर वेडनसडे को सांकेतिक असहयोग कर विरोध दिवस मनाया गया। महासंघ के निर्देश पर विवि के शिक्षणेत्तर कर्मचारी सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक किया। इस दौरान कर्मचारियों ने कोविड रूल्स को भी फॉलो किया। इस मौके पर मिनिस्ट्रियल स्टॉफ एसोसिएशन के अध्यक्ष राजबहादुर सिंह, उपाध्यक्ष आकाश सक्सेना और महासचिव रामप्रीत सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। चर्चा के बाद शिक्षा नीतिकोरोना काल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अपनाने का फैसला किया। यह नीति शिक्षकों, वैज्ञानिकों, विद्वानों, कर्मचारियों और शिक्षा के क्षेत्र में रहने वालों के पसीने और खून से आजादी के बाद बनी शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर देगी। इस नीति को संसद में सार्थक बहस और चर्चा होनी चाहिए उसके बाद ही इसे लागू किया जाना था।
वीसी को सौंपा ज्ञापन -विवि और गैर-शिक्षा संस्थानों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए समान वेतन और सेवा शर्तो को निर्धारित करने के लिए वेतन आयोग की स्थापना करें -पुरानी पेंशन बहाल हो -समयबद्ध पदोन्नति के साथ पर्याप्त कर्मचारियों की भर्ती हो -संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण हो -राष्ट्रीशिक्षा नीति 2020 को लागू करना बंद करें-विवि निकायों में गैर शिक्षण कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व और विवि और उच्च शिक्षा के अन्य संस्थानों को लोकतंत्रीकरण
-2014 से पहले प्रचलित श्रम कानून बहाल करना -शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में सभी संगठित और असंगठित क्षेत्रों में रोजगार पैदा करना। -सरकार के गलत निर्णयों और विशेष रूप से कोविड-19 के कुप्रबंधन के कारण उन लोगों के लिए रोजगार और प्रतिपूरक भत्ता मांगने वालों को बेरोजगारी भत्ता -किसानों को दोगुनी आय सुनिश्चित करना और किसानों का ऋण माफ करना आदि मांगों को