नार्को टेस्ट से होगा मिथिलेश मर्डर का पर्दाफाश
एसपी क्राइम ने आईओ को सभी संदिग्ध का नार्को टेस्ट कराने के दिए निर्देश
राजीव कालोनी में 9 सितंबर 2014 को दिनदहाड़े चाकू से गला काटकर की थी हत्या BAREILLY: सुभाषनगर के राजीव कालोनी में हुए चर्चित मिथिलेश मर्डर केस में पुलिस अब बेटे और बहू का नार्को टेस्ट कराएगी। करीब आठ महीने पहले मर्डर की यह घटना हुई थी, जिसमें पुलिस के हाथ खाली हैं। लिहाजा, एसपी क्राइम ने सैटरडे को आईओ को नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया। बेटे व बहू से हुई थी पूछताछबता दें कि 9 सितंबर ख्0क्ब् को दिनदहाड़े राजीव कालोनी में घर में घुसकर मिथिलेश की हत्या की गई थी। मिथिलेश की लाश को सबसे पहले बहन के लड़के नाइंथ क्लास के स्टूडेंट अंकित ने देखी थी। अंकित के फोन करने के बाद ही कुछ देर में ही बेटा संजीव पहुंच गया था। सबसे पहले इस केस में पुलिस का शक संजीव की पत्नी विनीता पर गया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने संजीव से भी लंबी पूछताछ की थी।
फिंगर प्रिंट की उम्मीद गई बेकारइस केस में पुलिस को मौके से पेपर में लिपटा हुआ चाकू मिला था। पेपर और चाकू के फिंगर प्रिंट को मिलान के लिए भेजा गया था। फिंगर प्रिंट रिपोर्ट से पुलिस को उम्मीद थी कि आरोपी पकड़े जाएंगे, लेकिन फिंगर प्रिंट रिपोर्ट में अपुष्ट आने से यह उम्मीद भी धुंधली हो गई थी। सैटरडे को एक बार फिर से एसपी क्राइम के सामने फाइल पेश हुई। एसपी क्राइम ने तुरंत इस मामले में नार्को टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं। एसपी क्राइम ने केस में सभी संदिग्ध के नार्को टेस्ट आईओ से कराने के लिए कहा है।
जांच में दिखी खामियां मिथिलेश मर्डर में पुलिस की जांच में शुरू से ही खामियां नजर आ रही हैं। सबसे पहले थाना के मुंशी ने लापरवाही दिखाई थी, जिसकी वजह से फिंगर प्रिंट वाले पेपर को चूहों ने कुतर दिया था। सैटरडे को एसपी क्राइम ने देखा कि फाइल में लिखा है कि थाना से अभी तक माल परीक्षण नहीं कराया है। इस पर एसपी क्राइम ने फोन पर एसओ सुभाषनगर से पूछा तो पता चला कि फ्0 सितंबर को ही माल परीक्षण के लिए भेजा जा चुका है।