छात्रा के घर के पास ही तालाब के अंदर बंद बोरे में मिली लाश

14 दिनों से अपनी ही उम्र के प्रेमी के साथ थी लापता, प्रेमी का नहीं लगा सुराग

BAREILLY: न जाने कब तक सम्मान की खातिर लव ब‌र्ड्स की जान ली जाएगी। मंडे को क्ब् दिन से लापता प्रेमी जोड़े में से लड़की की उसके ही घर के पास तालाब में लाश मिली। लाश बोरे के अंदर बंद मिली और उसमें आठ पत्थर भी रखे हुए थे ताकि डेडबॉडी बाहर न निकल सके। पुलिस को शक है कि लड़की के परिजनों ने ही हत्या की है। वहीं लड़के के परिजन पहले से ही लड़की के परिवार वालों पर उनके बेटे की हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस तालाब में सर्च अभियान चलाकर पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

प्रेमी पर दर्ज है अपहरण की रिपोर्ट

क्भ् वर्षीय जावित्री फतेहगंज पश्चिमी के लोधी नगर में रहती थी। वह सातवीं क्लास में पढ़ती थी। उसके पिता वीरपाल किसान हैं। ख्ब् मार्च को जावित्री अचानक घर से गायब हो गई थी। जावित्री के पिता ने ख्7 मार्च को फतेहगंज पश्चिमी थाना में मोहल्ले के ही क्भ् वर्षीय दीपक के खिलाफ बहला-फुसलाकर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि फ् अप्रैल को दीपक के परिजन प्रभारी एसएसपी के सामने पेश हुए थे। दीपक के परिजनों ने जावित्री के पिता पर दीपक की हत्या करने की आशंका जताते हुए आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने दीपक के भी अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।

डेडबॉडी पूरी तरह से सड़ी

मंडे सुबह गांव वालों ने तालाब में देखा कि एक बोरा ऊपर तैर रहा है। बोरे में लाश लग रही है। इसके बाद गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी। धीरे-धीरे गांव वालों की भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस ने जब बोरा बाहर निकालकर खोलकर देखा तो उसमें जावित्री की डेडबॉडी मिली। डेडबॉडी पूरी तरह से सड़ चुकी थी जिससे आशंका है कि उसकी हत्या कई दिन पहले कर दी गई होगी। पुलिस को बोरी में आठ सीमेंट के पत्थर भी मिले हैं। पत्थर रखने के पीछे मकसद साफ है कि डेडबॉडी अंदर ही दबी रहे। पुलिस ने इस मामले में जावित्री के पिता वीरपाल और चाचा राजेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। पुलिस को आशंका है कि दोनों ने ही जावित्री की सम्मान के चलते हत्या की है। आशंका यह भी है कि दीपक की भी हत्या कर दी गई। पुलिस ने पूरे दिन तालाब में सर्च अभियान भी चलाया लेकिन दीपक का कुछ पता नहीं चल सका।

पुलिस कस्टडी से भागने का िकया प्रयास

पुलिस जावित्री के पिता को पोस्टमार्टम हाउस से लेकर थाना ले जा रही थी। इसी दौरान हेड पोस्ट आफिस के पास वीरपाल ने टायलेट करने का बहाना बनाया। पुलिस ने गाड़ी रोकी तो वह नीचे उतरकर भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा किया तो उसने सड़क से ईट उठाकर अपने सिर में मार ली। वह काफी देर तक ड्रामा करता रहा। वीरपाल कह रहा है कि उसने बेटी की हत्या नहीं की है बल्कि दीपक के परिवार वालों ने उसकी बेटी की हत्या की है।

पहले ही जता चुके हत्या का शक

फ् अप्रैल को दीपक के परिजनों ने बताया था कि दीपक, जावित्री के पिता वीरपाल के किराएदार सोनू के घर जलसे में दावत खाने जाने के बारे में बताया था। परिजनों का कहना था कि जावित्री और दीपक एक दूसरे से प्यार करते हैं। करीब ढाई महीने पहले जावित्री के परिवार वालों ने दीपक की इसके चलते पिटाई भी की थी। ख्ब् मार्च को भी जावित्री ने उनके घर आकर बताया था कि उसके पिता वीरपाल, चाचा राजेंद्र व अन्य दीपक के साथ मारपीट कर रहे हैं। यही नहीं परिजनों ने बताया था कि किराएदार ने देखा भी था कि वीरपाल और उसका भाई रात में मिट्टी में सने हुए घर आए थे। इसी के बाद पुलिस को जावित्री के घर वालों पर ही शक था। जिसके बाद से पुलिस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए थी।

कई दिनों से लापता लड़की की तालाब में लाश मिली है। आशंका है कि ऑनर किलिंग के चलते हत्या की गई है। लड़के का कुछ पता नहीं चला है। लड़की के पिता और चाचा से पूछताछ की जा रही है।

बृजेश श्रीवास्तव, एसपी रूरल बरेली

Posted By: Inextlive