आरटीओ के दलालों ने किया स्ट्राइक
- दलाल अपने को बता रहे परिवहन सलाहकार
- दो गुटों में बंटा दलालों का एसोसिएशन BAREÎLLY: अभी तक आपने सरकारी और प्राइवेट कर्मचारियों को स्ट्राइक करते देखा होगा, लेकिन अब सिटी के दलाल भी स्ट्राइक करने लगे हैं। आपको शायद इस बात पर विश्वास ना हो। मगर, यह बात हंड्रेड परसेंट सही है। पिछले दिनों आरटीओ ऑफिस में हुए बवाल के बाद दलालों ने स्ट्राइक कर दिया। इन्होंने बकायदा एसोसिएशन भी बना लिया है, लेकिन एसोसिएशन का दो फाड़ हो गया है। सैटरडे को दोनों गुटों में जमकर मारपीट हुई। किसी तरह से लोगों ने हंगामा कर रहे दोनों गुटों को शांत कराया। और मारपीट शुरू हो गईदरअसल पिछले दिनों आरटीओ ऑफिस के दलालों ने लाइसेंस बनवाने आए दो लोगों से हाथापाई कर दी थी। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने आरटीओ के बाहर जमे दलालों को खदेड़ दिया था। ऑफिसर्स ने उन्हें चेतावनी दी थी कि दोबारा आरटीओ के पास दुकानें सजाई तो सख्त एक्शन लिया जाएगा, लेकिन सैटरडे को दलालों ने एक बार फिर अपनी-अपनी दुकानें सजाने लगे। इसी बीच राकेश भारद्वाज और राकेश गुप्ता नाम के दो शख्स आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच जबरदस्त हाथापाई और गाली गलौज हुई।
काम कराना दलाली नहींसबसे मजेदार बात यह है कि ये दलाल अपने को परिवहन सलाहकार बताते हैं। इन्होंने ट्रांसपोर्ट एडवाइजर वेलफेयर एसोसिएशन नाम से एक एसोसिएशन भी बनाया है। यह रजिस्टर्ड नहीं है, लेकिन एसोसिएशन से जुड़े लोगों का कहना है कि हम लोग वर्षो से परिवहन सलाहकार के रूप में काम करते आए हैं। अगर किसी का काम कराने पर कोई ख्0-ख्भ् रुपए दे दिया तो वह दलाली नहीं है। एसोसिएशन के महामंत्री विरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हम लोगों ने अपनी दुकानें हटा ली है। हम लोगों ने स्ट्राइक कर दिया है। जब तक ऑफिसर्स से परमीशन नहीं मिल जाती है तब तक काम नहीं करेंगे।