जल्द ही 'इनबॉक्स' में होगा बिजली का हाल
- अप्रैल लास्ट तक मिलने लगेगी मैसेज के थ्रू इंफॉर्मेशन
- चार महीने पहले मांगी गई थी कंज्यूमर्स से डिटेल्स BAREILLY: आपके एरिया की 'लाइट' का हाल जल्द ही आपके मोबाइल की 'लाइट' जलते ही मिल सकेगा। जी हां बिजली विभाग की तरफ से दी जाने वाली मैसेज सर्विस अप्रैल लास्ट तक स्टार्ट हो जाएगी। इस मंथ के आखिरी में आपको अपने एरिया की बिजली रिलेटेड सभी प्रॉब्लम्स का आंसर अपने मोबाइल के इनबॉक्स में मिल जाएगा। इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट बिजली कटौती, लोकल फॉल्ट, खराब ट्रांसफार्मर जैसी सभी दिक्कतों की इंफॉर्मेशन आपको एसएमएस के जरिए पल-पल भेजेगा। बरेली जोन के अंतर्गत आने वाले बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत इन सभी डिस्ट्रिक्ट में कंज्यूमर्स को ये मैसेज सर्विस प्रोवाइड कराई जाएगी। मैसेज सर्विस स्टार्ट करने के लिए कंज्यूमर्स से चार महीने पहले डिटेल्स मांगी गई थी। इनमें से कई कंज्यूमर्स ने अपनी डिटेल्स जमा भी कर दी हैं।दर्ज करानी थी details
इस सर्विस के लिए कंज्यूमर्स को अपनी पूरी डिटेल अपने डिविजन में जाकर दर्ज करानी थी। कंज्यूमर्स को बुकिंग नंबर, कनेक्शन नंबर व मोबाइल नंबर रजिस्टर कराना था, ताकि कंज्यूमर्स को सारी जानकारी टाइम टू टाइम अवेलेबल कराई जा सके। जिन कंज्यूमर्स की डिटेल अपने डिविजन में दर्ज नहीं होगी, उन्हें इस सर्विस का लाभ नहीं मिल सकेगा। ऑफिसर्स का कहना है कि जैसे-जैसे कंज्यूमर्स के नंबर जमा होते रहेंगे, वैसे-वैसे वे इस सर्विस से जुड़ते रहेंगे।
Information via SMS इस सर्विस के तहत कंज्यूमर्स को बिजली से रिलेटेड जरूरी इंफॉर्मेशन बस एक एसएमएस के जरिए मिल सकेगी। उनके एरिया में कब कैंप लगाए जाएंगे या फिर कब इमरजेंसी बिजली कटौती होगी, इसकी जानकारी एसएमएस के थ्रू कंज्यूमर्स के मोबाइल पर पहुंच जाएगी। इतना ही नहीं किसी एरिया का खराब ट्रांसफार्मर कब और कितने बजे रिप्लेस किया जाएगा, किस खराबी की वजह से बिजली नहीं आ रही है, कितनी देर में फॉल्ट ठीक किया जा सकेगा, इस तरह की जानकारी भी डिपार्टमेंट मैसेज के जरिए कंज्यूमर्स को देगा। ऑफिसर्स की मानें तो यह सर्विस बरेली सहित पूरे मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत आने वाले सभी जोन में एक साथ स्टार्ट की जा रही है। मैसेज के थ्रू इंफॉर्मेशन देने की तैयारी कर ली गई है। जिन लोगों के कांटैक्ट नंबर नहीं जमा है, उन्हें यह सर्विस नहीं मिलेगी। -मधुकर वर्मा, एसई, इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट