स्टार्टिग से पहले ही मेगा वैक्सीनेशन पर ब्रेक
-पहली जुलाई से होना थी मेगा वैक्सीनेशन की शुरुआत, विभाग ने पूरी कर ली थी तैयारियां
-मेगा वैक्सीनेशन को बनाए गए थे 16 क्लस्टर्स, 40 हजार को वैक्सीनेट करने का था टारगेट बरेली। कोरोना के खिलाफ बड़ी जंग के लिए आज से शुरू होने वाले मेगा वैक्सीनेशन प्रोग्राम पर वैक्सीन की शॉर्टेज ने ब्रेक लगा दिया है। इस वैक्सीनेशन प्रोग्राम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली थी, लेकिन उसे जरूरत के अनुसार वैक्सीन की सप्लाई नहीं मिल सकी। इसके चलते यह प्रोग्राम फिलहाल थर्सडे के लिए स्थगित हो गया है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने इस प्रोग्राम के तहत एक दिन में ही 40 हजार लोगों को वैक्सीनेट करने की तैयारी की थी। यह क्लस्टर्स बेस्ड वैक्सीनेशन प्रोग्राम जुलाई से अगस्त तक चलना है। जिला स्तर से ब्लाक स्तर तक की गई थी तैयारियांक्लस्टर्स बेस्ड मेगा वैक्सीनेशन की तैयारियों में हेल्थ डिपार्टमेंट बीते कई दिनों से जुटा हुआ था। जिला प्रशासन की अगुवाई में शुरू होने वाले इस मेगा वैक्सीनेशन प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए इंटर डिपार्टमेंट कोऑर्डिनेशन कमेटी भी बनाई गई थी। इस प्रोग्राम के बारे में शहर से लेकर गांव-गांव तक लोगों को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए जिला स्तर से तहसील और ब्लाक स्तर तक मीटिंग्स की गई थीं। जिला स्तर पर सीडीओ की अध्यक्षता में मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ मीटिंग भी की गई थी। इसके साथ ही वैक्सीनेशन के लिए अन्य सभी जरूरी तैयारियां भी पूरी कर ली गई थी। आज से यह वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू नहीं होने से हेल्थ डिपार्टमेंट असमंजस की स्थिति में है।
हर कल्स्टर पर 2500 को वैक्सीनेट करने का टारगेट वैक्सीनेशन से वंचित रह गई जिले की बड़ी आबादी को वैक्सीनेट करने के लिए ही दो महीने तक मेगा वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाए जाने की कवायद चल रही है। इसके लिए ब्लाक से लेकर शहर तक 16 क्लस्टर्स बनाए गए। हर क्लस्टर पर 2500 तक लोगों को वैक्सीनेट करने का टारगेट तय किया गया। इस तरह एक दिन में इन क्लस्टर्स पर 40 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीनेट करने की तैयारी की गई थी। वैक्सीन की सप्लाई उपलब्ध नहीं होने से यह कवायद शुरू होने से पहले ही थम गई है। आज 6800 को ही मिलेगी वैक्सीन की डोजवैक्सीन की शॉर्टेज से अब रेगुलर वैक्सीनेशन भी प्रभावित होने लगा है। वैक्सीन की सप्लाई नहीं मिलने से वेडनेसडे को सभी सेंटर्स पर वैक्सीनेशन का कार्य ठप रहा। इससे लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। इन सेंटर्स पर थर्सडे को भी जरूरत के मुताबिक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकेगी। डिपार्टमेंट के पास कोविशील्ड की 6800 डोजेज ही मौजूद है।
मैसेज देखकर पहुंचे लोग, मायूस लौटे कोरोना से बचाव के लिए अब लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर अवेयरनेस बढ़ी है। यही वजह है कि शहर के वैक्सीनेशन सेंटर्स पर बड़ी संख्या में बरेलियंस वैक्सीनेट होने को पहुंच रहे हैं। इनमें अब सेकेंड डोज लगवाने वालों की संख्या भी खासी है। थर्सडे को वैक्सीनेशन नहीं होने के बाद भी शहर के सेंटर्स पर बरेलियंस वैक्सीनेशन को पहुंचते रहे। यहां वैक्सीन की कमी के चलते वैक्सीनेशन नहीं होने की जानकारी मिलने पर उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। इन लोगों का कहना था कि उनके मोबाइल पर सुबह ही वैक्सीनेशन का मैसेज आया था। मैसेज को देखकर ही वह यहां पहुंचे, लेकिन यहां से उन्हें बिना वैक्सीनेशन के ही लौटना पड़ रहा है। इस पर लोगों ने हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रति नाराजगी भी जताई। लोगों की बात जिला अस्पताल के सेंटर पर मैं अपनी माताजी को सेकेंड डोज लगवाने को आया था। उन्हें आज वैक्सीन लगनी थी। इसका मैसेज भी आया था, लेकिन यहां आने पर पता चला कि यहां वैक्सीन ही नहीं है। मयंक शर्मा, जगाती मोहल्लामुझे और पत्नी अरुणा को आज कोविशील्ड की सेंकेंड डोज लगनी थी। सुबह मेरे मोबाइल में इसका मैसेज भी आया था। जब वैक्सीन की कमी के चलते आज वैक्सीनेशन नहीं होना था तो इसका भी मैसेज भेजना चाहिए था।
राकेश अग्रवाल, बड़ा बाजार भीषण गर्मी के बाद भी मैं सेकेंड डोज लगवाने के लिए आया था। मेरे मोबाइल में इसका सुबह ही मैसेज आया था। जब वैक्सीन नहीं थी तो डिपार्टमेंट को इसकी भी जानकारी मैसेज के जरिए देनी चाहिए थी। वीरेन्द्र, पुराना शहर मैं अपनी बेटी यती के साथ पीलीभीत से यहां वैक्सीन लगवाने को पहुंची। वैक्सीन नहीं होने की जानकारी से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। यहां आने में समय भी बर्बाद हो गया और पैंसा भी। नंदा सक्सेना, पीलीभीत वैक्सीन की सप्लाई नहीं मिलने से मेगा वैक्सीनेशन आज से शुरू नहीं हो सकेगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई थी। वैक्सीन मिलने पर ही इसकी शुरुआत हो सकेगी। डॉ। आरएन सिंह, डीआईओ थर्सडे को वैक्सीनेशन के लिए हमारे पास 6800 डोजेज कोविशील्ड की ही उपलब्ध है। इतने डोजेज के लिए ही स्लॉट ओपन किए जाएंगे। डॉ। आरएन सिंह, डीआईओ