..तो कामचोर कहलाएंगें बिजली विभाग के अधिकारी
- 12 बजे के बाद ऑफिस से जाएं फिल्ड में
- राजस्व वसूली के लिए एमडी ने जारी किया फरमान - अर्बन एरिया में 25 करोड़ वसूली का लक्ष्य BAREILLY: मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक का एक फरमान बिजली विभाग के अधिकारियों के लिए टेंशन का सबब बन गया है, क्योंकि अधिकारी अब चैम्बर में बैठ कर आराम नहीं फरमा सकेंगे। दोपहर क्ख् बजे के बाद अधिकारियों को बकाया वसूली के लिए फील्ड में जाना होगा। जो भी अधिकारी फील्ड में नहीं जाता है तो वह 'कामचोर' कहलाएगा। हर हाल में अचीव करो टारगेटयूपीपीसीएल के एमडी एपी मिश्र ने वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान कहा था कि हर हाल में राजस्व को पूरा करना है। लेटर के माध्यम से भी एमडी एपी मिश्र राजस्व के मामले में फटकार लगा चुके है। टारगेट को पूरा करने के लिए विभाग के एसई, एक्सईएन, एसडीओ और जेई तक को दोपहर क्ख् बजे के बाद फील्ड में जाने को कहा है। ताकि, लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। विशेष परिस्थितियों में चीफ और एसई को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारी हर हाल में क्ख् बजे के बाद फील्ड में होने चाहिए।
लक्ष्य से काफी पीछेमध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने बिजली विभाग के अधिकारियों को इस महीने ख्भ् करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया है। अभी तक म्0 फीसदी ही राजस्व की वसूली हो सकी है। जबकि ब्0 फीसदी और लक्ष्य हासिल करने के लिए बिजली विभाग के पास मात्र दो दिन का समय बचा है। अब देखने वाली बात यह है कि, दो दिनों में अधिकारी ख्भ् करोड़ का लक्ष्य कैसे प्राप्त करते है। इसी तरह हर महीने अधिकारियों को एक निश्चित लक्ष्य पॉवर कॉरपोरेशन द्वारा दिए जाते है।
अलग-अलग िमला है लक्ष्य राजस्व वसूली का जिम्मा जेई, एक्सईएन, एसडीओ, एसई और चीफ को अलग-अलग सौंपा गया हैं। बरेली अर्बन में एक एसई, फ् एक्सईएन, म् एसडीओ और क्7 जूनियर इंजीनियर राजस्व वसूली में दिन रात लगे हुए हैं। सिर्फ शहर के ही कंज्यूमर्स पर बिजली विभाग का भ्0 करोड़ से अधिक का बिजली बिल बकाया है। सरकारी विभागों को भी इसमें शामिल कर लिया जाए तो, यह आंकड़ा कहीं अधिक है। बार-बार नोटिस देने के बाद भी विभाग यह रकम वसूल नहीं कर पा रहा है। इस बात से डरे अधिकारियों को पसीने छूटने लगे हैं। कैंप भी नहीं दिला पा रही राहतराजस्व पूरा करने के लिए विभाग के एसई आरपी दुबे ने टीम भी गठित किए है। ताकि बिजली चोरों पर लगाम लगाने के साथ ही बड़े स्तर पर राजस्व की वसूली हो सके। विभाग की विजिलेंस टीम भी इस काम में जोर-शोर से लगी हुई है। यही नहीं शहर के विभिन्न एरिया में मोबाइल वैन के माध्यम से बिजली बिल भी कलेक्ट किए जा रहे है। फिलहाल शहर के फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड तीनों डिविजन में एक-एक मोबाइल वैन लगी हुई हैं। विभाग द्वारा एक मुश्त समाधान योजना भी लागू कर दी गई है।
विभाग के सभी अधिकारियों को राजस्व वसूली का एक लक्ष्य मिला है। अभी हम लक्ष्य से काफी पीछे चल रहे है। हमारा प्रयास है कि, मुख्यालय द्वारा दिए गए लक्ष्य को प्राप्त कर सके। मैं खुद फील्ड में जाकर राजस्व वसूली का काम करवा रहा हूं। आरपी दुबे, एसई, बिजली विभाग