- नगर आयुक्त ने मेयर से उनके आवास पर की 'खास मुलाकात'

-सवा घंटे चली बैठक के बाद दोनों ने पुराने मतभेदों को नकारा

नगर आयुक्त के भ्रष्ट होने और पद से हटाने की मांग से पलटे मेयर

BAREILLY: वैलेंटाइस सीजन में फिजां में छाई प्यार की महक ने नगर निगम को भी आखिर अपने आगोश में ले ही लिया। असर भी कुछ यूं हुआ कि एक दूसरे से नजदीक होते हुए भी दूरियां बनाकर चल रहे दो धुरंधर अचानक ही न सिर्फ एक होते दिखे, बल्कि शहर के विकास में आगे का सफर साथ चलने का भरोसा भी दिलाते दिखे। दरअसल निगम में पिछले सवा महीने से चल रही महाभारत का मंडे की शाम मेयर ऑफिस में क्लाईमैक्स हो गया। नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने मेयर डॉ। आईएस तोमर से मंडे शाम उनके आवास पर जाकर अकेले में बैठक की। जिसके बाद दोनों ने 'सबकुछ ओके है' की तर्ज पर खुद को फैमिली का हिस्सा बताते हुए कोई विवाद न होने की बात कही। यह भी फैसला हुआ कि 8 जनवरी को हंगामे की वजह से रद्द हो गई निगम की कार्यकारिणी बैठक ख्0 फरवरी को होगी।

घर जाकर घरवाले हो गए

पिछले सवा महीनों से एक दूसरे के खामोश धुर विरोधी नजर आ रहे मेयर और नगर आयुक्त के लिए मंडे की शाम एक होने का पैगाम लाई। नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह शाम ब् बजे उपनगर आयुक्त वीके गुप्ता व जेई सुशील सक्सेना के साथ मेयर के आवास पहुंचे। वहां पहुंचकर नगर आयुक्त व मेयर ने करीब सवा घंटे तक बात की। इसके बाद भ्.क्भ् बजे के करीब नगर आयुक्त अपनी कार छोड़ मेयर के साथ ही उनकी कार में बैठ फिर से निगम को रवाना हुए। जहां मेयर ने निगम को एक फैमिली होने और परिवार के लोगों में झगड़ा होने के बाद फिर एक होने का मेसेज दिया।

मेयर से उनके आवास पर शिष्टाचार बैठक की गई। जिसमें आपसी बातचीत के साथ ही निगम से जुड़े कुछ बिंदुओं पर चर्चा की गई। मेयर हमारे बॉस हैं। उनके दिशा निर्देशों पर ही काम कर रहे हैं। जिन बिंदुओं पर शासन को रिपोर्ट दी गई थी, उसमें से ज्यादातर की जांच हो चुकी है। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

निगम एक परिवार की तरह है। अगर कोई आपसी मतभेद होता भी है तो उसे सुलझाया जाता है। नगर आयुक्त निगम में हुए घोटालों पर बनाई गई रिपोर्ट पर जांच कराएं। नगर आयुक्त की ओर से साथ में काम करने की पहल की गई है। उन पर भ्रष्ट होने और हटाए जाने के आरोप मेरी याद में नहीं है। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर

ब्क् दिन चली महाभारत

8 जनवरी- निगम कार्यकारिणी की बैठक से नगर आयुक्त मेयर के सामने ही सदन छोड़कर चले गए।

क्0 जनवरी - मेयर ने क्8 बिंदुओं पर नगर आयुक्त की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने पर शासन को लेटर भेजा।

क्म् जनवरी- एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेयर की मौजूदगी में सपा पार्षदों ने नगर आयुक्त को हटाए जाने की मांग की।

Posted By: Inextlive