‘Maximum’torture with 7.80c
Now maximum v/s minimumबरेली में ठंड हर नए दिन के साथ नया रिकॉर्ड बना रही है। मंडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर में संडे के मैक्सिमम टेंप्रेचर के मुकाबले 5.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। खास बात यह रही कि यह टेंप्रेचर जनवरी के नॉर्मल मिनिमम टेंप्रेंचर से भी 0.6 डिग्री कम रहा। मंडे सामान्य तौर पर रात की ठंड से भी ज्यादा ठंडा रहा। इसके बाद तो जैसे सड़क पर निकलने वाले लोगों की शामत आ गई हो। गलन भरी ठंड से लोग ठिठुरने को मजबूर हो गए। घर के बाहर और अंदर बरेलियंस ने सर्दी से निपटने के तमाम इंतजाम किए पर सब फेल हो गए। दिन में धूप न निकलने से ठंड का असर कुछ ज्यादा ही रहा। मंडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।नॉर्मल से 13 डिग्री सेल्सियस लुढ़का मैक्सिमम
मौसम विभाग के मुताबिक, मंडे क ो मैक्सिमम टेंप्रेचर नॉर्मल से 13 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। इसकी वजह जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी बताई जा रही है। उस ओर से आने वाली बर्फीली हवाओं ने मैदानी इलाकों के पारे को गोता लगाने पर मजबूर कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो धूप निकलने के बाद तो मैदानी इलाकों में ठंड और भी ज्यादा बढ़ जाती है। क्योंकि इससे पहाड़ों की बर्फ पिघलने लगती है और उस ओर से आने वाली ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में गलन पैदा करती है।स्थिर रहा मिनिमम टेंप्रेचरमंडे क मैक्सिमम टेंप्रेचर में हुई रिकॉर्ड गिरावट के बावजूद मिनिमम टेंप्रेचर में स्थिरता बनी रही। मिनिमम टेंप्रेचर 2.4 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से तो 6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। लेकिन संडे के मिनिमम टेंप्रेचर 2.5 डिग्री से इसमें केवल .1 डिग्री सेल्सियस की ही गिरावट दर्ज की गई। इसे देखकर वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल मिनिमम टेंप्रेचर स्थिर ही रहा है।तापमान की गिरावट अभी कुछ दिन और जारी रहेगी। यह गिरावट जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हुई बर्फबारी का ही रिजल्ट है। जैसे-जैसे बर्फ पिघल रही है मैदानी इलाकों में पारा गिरता जा रहा है।राजेश कुमार, प्रभारी, मौसम विभागमैदानी इलाकों में गिरते टेंप्रेचर की वजह पहाड़ों में निरंतर हो रही बर्फबारी ही है। आए दिन हो रही बर्फबारी की वजह से टेंप्रेचर में हो रही गिरावट अभी तीन-चार दिन तक जारी रहेगी।डॉ। एचएस कुशवाहा, वेदर एक्सपर्ट, पंतनगर यूनिवर्सिटी