देवबंद जाने के मसले पर बोले नबीर-ए-आला हजरत मौलाना तौकरी रजा

कहा देवबंद में मसलक और अकीदे से नहीं किया समझौता, इत्तेहाद की जरूरत

>BAREILLY: नबीर-ए-आला हजरत मौलाना तौकीर रजा के देवबंद जाने पर बरेलवी मसलक में आए भूचाल पर थर्सडे को अपनी बात रखी। उन्होंने सबसे पहले साफ किया कि वह देवबंद इत्तेहाद के लिए गए थे, जहां 13 मुस्लिम नौजवानों को आतंकवाद के इल्जाम में पकड़े जाने के मसले पर बातचीत की। दिल्ली रोड स्थित एक शादी हॉल में मीडिया से मुखातिब हुए तौकीर मियां ने यह भी साफ कर दिया कि वह किसी भी हाल में वह माफी नहीं मांगेंगे। वह माफी मांगते हैं, तो यह साबित हो जाएगा कि उन्होंने जो किया वह गलत था।

सवाल उठाने वालों से सवाल

बिना किसी का नाम लिए मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि जो लोग मेरे देवबंद जाने पर आज सवाल उठा रहे हैं। पहले वो बताएं कि अपने निजी फायदे के लिए लोग देवबंदियों से मिल सकते हैं तो क्या मैं मुसलमान नौजवानों को बचाने के लिए देवबंद नहीं जा सकता हूं। इसमें क्या गलत है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुझसे इष्र्या करते हैं, जो हमारे घर के ही हैं। उन लोगों में न तो कोई मुफ्ती है और न ही आलिम।

मुफ्ती ने मुझसे कुछ नहीं कहा

किसी मुफ्ती या आलिम ने उनसे देवबंद जाने के मसले पर कुछ नहीं कहा है। इससे साबित होता है कि मेरे इस कदम से वे सभी इत्तेफाक रखते हैं। कहा कि मैं अपने इस कॉन्फ्रेंस में कुछ आलिमों और मुफ्तियों को बुलाना चाहता था। लेकिन सिर्फ इसलिए नहीं बुलाया कि सभी मुफ्ती कहीं न कहीं मेरे खानदान के लोगों की खिदमत करते हैं। उनको तनख्वाह मिलती है। ऐसे में उनका फैसला मेरे खिलाफ भी जा सकता था। इसलिए उन लोगों को नहीं बुलाया।

तब करेंगे ऐलानिया तौबा

जामिया अशरफिया मुबारकपुर आजमगढ़ के आलिमों के सामने यह मसला रखूंगा। वहां के आलिम और मुफ्ती जो फैसला करते हैं। मैं उसे कुबूल करूंगा। वहां के आलिम कहते हैं कि मैंने गलत किया तो मैं ऐलानिया तौबा करने के लिए भी तैयार हूं। साथ ही कहा कि मुफ्तियों का पैनल बने और फैसला करे तो मैं तौबा करूंगा। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग आज देवबंद जाने पर एतराज जता रहे हैं। वो तब कहां था जब मैंने मुजफ्फनगर के दंगा पीडि़त देवबंदियों की मदद की थी। तब भी मेरे खिलाफ फतवा जारी किया जाना चाहिए था। आला हजरत किसी की प्रॉपर्टी नहीं हैं। कुछ लोगों ने शरीयत को मजाक बना दिया है। इस तरह फतवा जारी करने से इसकी अहमियत खत्म हो जाएगी। मैं बेजुबान नहीं हूं। जुबान वाला हूं। सबकी पोल खोल दूंगा। इस दौरान कारी फुरकान, शहर इमाम मौलाना खुर्शीद आलम, मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी, नदीम खां, तसव्वुर खां आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive