Missing link
श्रीगणेश तक नहीं
इन दो सालों में बीडीए के मास्टर प्लान पर न के बराबर काम हुआ। एकआध काम शुरू हुआ भी तो फिर लटक गया। ज्यादातर प्लान उद्घाटन तक के लिए तरस रहे हैं। बीडीए के प्लान के मुताबिक, प्लांड कॉलोनीज और उनके बीच खूबसूरत पार्क बनाए जाने थे। साथ ही थोक मंडियां, गोदाम और एक्सपोर्ट एजेंसीज को शहर से बाहर बसाने का प्लान था। यह सब अभी तक तो खोखला ही साबित हुआ है। बीडीए के इस प्लान को 2021 में पूरा होना है, जिसमें अभी तक एक कदम तक नहीं बढ़ाया गया है।
शुरू तो हुए पर
इस प्लान के तहत शाहजहांपुर और पीलीभीत बाईपास रोड के बीच व पीलीभीत रोड से नैनीताल रोड के बीच काम शुरू हुआ जो कुछ दिनों बाद बंद हो गया। बीडीए ने
तेजी दिखाते हुए लगभग डेढ़ साल पहले हार्टमैन क्रॉसिंग के पुल को बनवाया लेकिन रेलवे के उदासीन रवैये से आज तक पुल का कंस्ट्रक्शन पूरा नहीं हो पाया। वहीं शहर के हॉस्पिटल्स और पार्कों को भी डेवलप करना था। इस मामले में बीडीए ने रेजीडेंशियल अपार्टमेंट में बने 156 नर्सिंग होम को केवल नोटिस जारी करके हाथ झाड़ लिया है।
अधूरे पड़े over bridge
14 जनवरी 2010 को बने मास्टर प्लान के कई प्रोजेक्ट्स पर तो तिनका तक नहीं उठाया गया-४इफेक्टिव ट्रैफिक डेवलपमेंट.प्राइवेट और गवर्नमेंट ऑर्गनाइजेशन में डेवलपमेंट.अनकंट्रोल्ड डेवलपमेंट कंट्रोल करना.वॉटर सप्लाई, सीवेज, ड्रेनेज और इलेक्ट्रिसिटी का प्रॉपर अरेंजमेंट.रेजीडेंस और एजुकेशन के लिए जमीन का यूज करना.बनाए 4 zone
मास्टर प्लान के एग्जीक्यूशन के लिए शहर को छह जोन में डिवाइड किया गया-
First zone
सिटी का डेंस कंस्ट्रक्टेड एरिया।
Second zone
शाहजहांपुर रोड और पीलीभीत बाईपास रोड के बीच का हिस्सा।
Third zone
पीलीभीत बाईपास से नैनीताल रोड के बीच का हिस्सा।
Fourth zone
नैनीताल रोड से दिल्ली रोड।
Fifth zone
दिल्ली रोड से बदायूं रोड।
Sixth zone
बदायूं रोड से शाहजहांपुर।
हमने अपनी तरफ से प्लान पर काम शुरू कर दिया है लेकिन कुछ प्लान दूसरे डिपार्टमेंट की लेट लतीफी की वजह से ठप पड़े हैं। अगर वे तेजी दिखाएं तो प्लान के पूरे होने में भी तेजी दिखाई पड़ेगी।
-जय प्रकाश सगर
उपाध्यक्ष, बीडीए