टेंट के गोदाम में लगी भीषण आग
फैक्ट एंड फिगर
700 मीटर दूर से ले जाना पड़ा पानी
02 घंटे में नियंत्रणमें आई आग
05 लाख रुपए का माल जलकर राख बरेली(ब्यूरो)। बिहारीपुर चौकी क्षेत्र के मोहल्ला ख्वाजा कुतुब पश्चिमी में सेटर्डे की सुबह घनी आबादी के बीच बने टेंट के गोदाम में भीषण आग लग गई। आग में करीब पांच लाख रुपए का सामान जलकर राख हो गया। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी गली संकरी होने के चलते घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी। इसके चलते घटनास्थल से करीब 700 मीटर दूर मेन रोड से ही पानी ले जाना पड़ा। तब जाकर दो घंंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। दो गाडिय़ों के सात सौ मीटर होज पाइप बिछाए गए। पाइप बिछाने में ही आधे घंटे से अधिक का वक्त बीत गया। पाइप बिछाने के बाद पानी की बौछार के बाद आग पर काबू पाया गया।
चंद मिनटों ने आग हुई विकराल
शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला ख्वाजा कुतुब पश्चिमी निवासी राज सक्सेना पुत्र स्वर्गीय कृष्ण स्वरूप सक्सेना टेंट का कारोबार करते हैं। वहीं मोहल्ले में ही उन्होंने घनी आबादी के बीच टेंट का गोदाम बना रखा है। सेटर्डे को पूर्वाह्न 11 बजे अचानक टेंट के गोदाम में आग लग गई। जब तक वह कुछ समझ पाते, आग ने विकराल रूप ले लिया। इससे मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। मोहल्ले के लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचित करने के साथ ही पानी डालकर आग बुझाना शुरू कर दिया। लेकिन, नतीजा सिफर रहा। फायर ब्रिगेड की टीम ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। लेकिन, तब तक करीब पांच लाख का माल जलकर नष्ट हो गया।
घनी आबादी के बीच था गोदाम
जिस गोदाम में आग लगी, वह घनी आबादी के बीच था। घटनास्थल पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी तक नहीं पहुंच सकी। फायर कर्मियों ने 700 मीटर दूर से पानी ले जाकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उधर आग किन कारणों से लगी, इसका कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। घनी बस्ती में कमर्शियल एक्टिविटी
सीएफओ चंद्र मोहन शर्मा ने बताया कि घनी आबादी के बीच कमर्शियल गोदाम बनाना नियम विरुद्ध है। गोदाम ऐसी जगह पर था जहां फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी नहीं पहुंच सकी। घटनास्थल से करीब 700 मीटर की दूरी से पानी ले जाकर आग पर काबू पाया गया। यदि थोड़ी लापरवाही होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया।
नहीं थी फायर एनओसी
घनी आबादी के बीच बने टेंट के गोदाम में न तो कोई फायर सेफ्टी के इंतजाम था, न ही गोदाम स्वामी के पास फायर एनओसी थी। नियमानुसार कमर्शियल गोदाम या कॉम्पलैक्स संचालित करने के लिए फायर डिपार्टमेंट से एनओसी लेना अनिवार्य है, जबकि गोदाम में न तो फायर एक्सटिंग्यूशर थे, न ही कोई अन्य उपकरण।
मोहल्लेवासियों ने बताया कि टेंट गोदाम में आग लगने के बाद मोहल्ले में हडक़ंप मच गया। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। लेकिन, फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटनास्थल पर नहीं पहुंची तो लगा कि अब आग पूरे मोहल्ले को अपनी चपेट में ले लेगी। इस दौरान फायरकर्मियों की सूझबूझ व मोहल्ले वासियों के सहयोग से आग पर काबू पा लिया गया, तब जाकर सबने राहत की सांस ली। पड़ोसी अनुराधा रस्तोगी ने बताया कि जब आग लगी तो वह दुकान से घर आई थीं, चंद मिनटों में ही आग ने विकराल रूप ले लिया। उन्होंने तुरंत अपना सबमर्सिबल पंप स्टार्ट कर दिया और आग बुझाने में सहयोग किया।
लापरवाही की हद
गर्मी के सीजन में अक्सर आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हो जाती है। नगर में अधिकांश संस्थानों पर न तो एनओसी है, न ही आग बुझाने के उपकरण। सेटर्डे को गोदाम में लगी आग के बाद जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने गोदाम स्वामी राज सक्सेना से बात की तो उनका कहना था कि यह फायर एनओसी क्या होती है, मुझे मालूम नहीं है।
टेंट गोदाम घनी आबादी के बीच था जो गलत है। साथ ही गोदाम में फायर सेफ्टी के उपकरण भी वहां पर नहीं थे। इसके साथ ही गोदाम स्वामी के पास फायर एनओसी भी नहीं थी। जांच के बाद उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रमोहन शर्मा, सीएफओ