- बेसब्री से बजट का इंतजार कर रहे शहर का बेबसी भरा दिखा माहौल

BAREILLY:

'क्या हुआ आम बजट में' सवाल सैटरडे को शहर में कमोबेश सभी की जुबान पर था, लेकिन जवाब 'बजट के बाहर' ही सुनाई पड़ा। बजट को लेकर व्यापारी वर्ग में तो उत्साह दिखा, लेकिन मिडिल क्लास फैमिली में बजट को लेकर कसमसाहट दिखी। सुबह क्क् से दोपहर दो बजे तक लोग टीवी से चिपके रहे। लोगों ने एक स्वर में कहा कि यह बजट खास लोगों के लिए है। इसमें आम आदमी के लिए खास कुछ नहीं है, जो थोड़ी बहुत उम्मीद थी उसकी कसर सर्विस टैक्स ने निकाल दी है। आइए आपको बताते हैं शहर में बजट का कैसा रहा माहौल।

बेसब्री के बाद बेबसी

लोगों के अनुसार 'वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जो बजट प्रस्तुत किया है। उसकी मुख्य बात यह रही कि बहुमत में बैठी सरकार से पूंजीपतियों की आशाएं तो पूरी हो गई, लेकिन अच्छे दिनों की बाट जोह रहा आम आदमी बजट का मुंह ही ताकता रह गया। जैसे यह तो बताया गया कि किसानों को कर्ज मिलेगा। तंगहाली झेल रहे किसान उसे कैसे चुकाएगा इसकी कोई व्यवस्था नहीं है'। इस प्रकार से बजट को देख रहे लोगों की एक-एक कर उम्मीदें टूटती रहीं, और टीवी पर सरकार अपनी पीठ थपथपाती रही। हालांकि लोगों ने उम्मीद भी जताई कि मोदी ने वहीं बजट में उन्हीं उम्मीदों को रखा है जो पूरा किया जा सकें।

सस्ते का फेर पड़ गया मंहगा

आम बजट को लेकर लोगों में पिछले करीब माह भर से जो उत्साह था वह बजट की पेशकश के बाद खामोश हो गया है। सरकार से लोगों को सस्ते सामान मिलने की उम्मीद थी। लेकिन सर्विस टैक्स बढ़ने से लोग हतोत्साहित हो गए हैं। वहीं, शॉपकीपर्स के अंदाजे पर बजट खरा रहा। कस्टमर अशोक के मुताबिक कई दिनों से एसी खरीदने का प्लान बनाया था। बजट पेश होने का इंतजार था कि कुछ तो सस्ता होगा। लेकिन अब महंगा सौदा लेना पड़ेगा। वहीं, हाउसवाइफ अंकिता ने बताया कि बजट में सामान के रेट कम होने की उम्मीद थी। लिहाजा, हफ्ते भर से शॉपिंग पर बैन लगा रखा था। लेकिन अब मंहगा हो चाहे सस्ता शॉपिंग तो करनी ही पड़ेगी। वहीं, गैजेट्स शॉपओनर्स का मानना है कि मोबाइल, टैबलेट, लैपटॉप समेत अन्य कुछ सस्ता होगा। सर्विस टैक्स के बावजूद गैजेट्स पर ज्यादा असर नहीं होगा।

बढ़ गई जमाखोरी

जनरल स्टोर, पान की गुमटियों, इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स शॉप्स समेत शहर की ज्यादातर दुकानों पर बजट की हलचल देखने को मिली। बजट पेश होने के साथ ही लोगों की ओर से तुरंत रिव्यू हो रहा था। ऐसे में ही जनरल स्टोर ओनर अनुपम ने बताया कि पेश हुए बजट के अनुसार धूम्रपान और गुटखा मंहगा हो जाएगा। ऐसे में एरिया सेल्स मैनेजर्स की ओर से माल की जमाखोरी शुरू हो गई है। ताकि पुराने माल को मंहगे दामों पर निकाल कर मुनाफा कमाया जा सके। इसलिए शॉप्स पर इन पदार्थो की कमी हो गई है। ऐसा ही हाल शहामतगंज, कुतुबखाना, सुभाषनगर, सेटेलाइट व अन्य थोक राशन की दुकानों पर भी है। सामानों पर सर्विस टैक्स लगने की वजह से सामानों को महंगे रेट पर बेचने की उम्मीद ने उन्हें भी मुनाफा कमाने के लिए विवश कर दिया है।

इलेक्ट्रॉनिक मार्केट पर बजट का ज्यादा असर नहीं हुआ है। हालांकि कुछ गैजेट्स जरूर मंहगें हो जाएंगे।

संजय गुप्ता, गैजेट्स शो रूम ओनर

बजट से आम आदमी को ज्यादा फायदा नहीं हुआ। सोचा था कि कुछ तो फर्क पड़ेगा ही, लेकिन हुआ कुछ भी नहीं।

मनीष, कस्टमर

बजट आम आदमी की उम्मीदों पर खरा है। मोदी ने विकास की संभावनाओं के आधार पर बजट का खाका खींचा है।

अलीशा, शोरूम मैनेजर

सर्विस टैक्स बढ़ने से मार्केट पर काफी असर पड़ेगा। सभी चीजों के दामों में बढ़ने से कस्टमर्स को कोई राहत नहीं।

देव नेगी, गिफ्ट शॉप ओनर

बजट से ऑटोमोबाइल सेक्टर को राहत नहीं। सर्विस टैक्स बढ़ने से सभी पा‌र्ट्स के दाम बढ़ेंगे। माल ढुलाई भी मंहगी हो जाएगी।

सचिन भसीन, फोर व्हीलर शोरूम ओनर

सरकार ने बजट में कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई। बजट से त्वरित कोई लाभ नहीं। लेकिन फ्यूचर में फायदेमंद साबित होगा।

राजेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष, बरेली युवा व्यापार मंडल

टैक्सेशन की दरों को बड़े व्यावसाइयों के लिए कम किया गया है। होटल इंडस्ट्री के लिहाज से बजट में कोई फौरी राहत नहीं।

शिवदयाल कश्यप, होटल व्यावसायी

घोषित हुए बजट के बाद मोबाइल के दाम नीचे आएंगे। कस्टमर्स आ रहे हैं लेकिन बिक्री के बाद बिलिंग अभी नहीं की जा रहीे है।

वसीम, मोबाइल शॉप ओनर

Posted By: Inextlive