ऐसे तो सैकड़ों स्टूडेंट्स एग्जाम फॉर्म भरने से रह जाएंगे महरूम
- रिजल्ट में गड़बडि़यों के चलते एग्जाम फॉर्म भर नहीं पा रहे हैं स्टूडेंट्स
BAREILLY: इंप्रूवमेंट के रिजल्ट में इतनी गड़बडि़यां निकलीं कि स्टूडेंट्स उसमें सुधार करने के लिए आरयू का चक्कर काटकर थक गए हैं। इन स्टूडेंट्स के सामने अब सबसे बड़ी प्रॉब्लम खड़ी हो गई है। यदि जल्द ही इनकी मार्कशीट नहीं सुधरी तो वे मेन एग्जाम का फॉर्म भरने से महरूम रह जाएंगे। किसी स्टूडेंट के प्राप्त मार्क्स टोटल से भी ज्यादा हैं, तो किसी स्टूडेंट को एग्जाम देने के बाद भी अब्सेंट शो कर रखा है। यहीं नहीं सैकड़ों स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके रिजल्ट में कोई ना कोई आपत्ति दर्ज कराकर उनके रिजल्ट को रोक दिया गया है। अब ऐसे स्टूडेंट्स अपना आरडी क्लियर कराने को लेकर आरयू के डिपार्टमेंट्स का चक्कर काट रहे हैं। रिजल्ट में खामियां ही खामियांखामियों की वजह से स्टूडेंट्स के साथ-साथ कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी के अधिकारी भी स्टूडेंट्स की कंप्लेन सुनते-सुनते थक चुके हैं। कोई इसके पीछे ऑनलाइन में गलत फीडिंग को जिम्मेदार ठहरा है। स्टूडेंट व कॉलेजेज का तर्क है कि आरयू के कर्मचारी जानबूझकर इस तरह की गड़बडि़यों को अंजाम देते हैं। जिन स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया उनको अब्सेंट का रिजल्ट थमा दिया। यही नहीं ऐसे भी हैं जिनको उस सब्जेक्ट का रिजल्ट दे दिया जिसका उन्होंने एग्जाम ही नहीं दिया। सब्जेक्ट में गड़बड़ी के साथ टोटल और प्राप्त मार्क्स में भी बड़े पैमाने पर गड़बडि़यां हैं। यही नहीं ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या भी ज्यादा है जिनको अपना रिजल्ट नहीं पता है। उनके रिजल्ट पर आपत्ति लगाकर रोक दिया गया है। ऐसे सभी स्टूडेंट्स अपनी प्रॉब्लम्स को लेकर कॉलेज से आरयू तक का चक्कर काट रहे हैं।
ऑनलाइन भरना है एग्जाम फॉर्म मेन एग्जाम के लिए एग्जाम फॉर्म ऑनलाइन भराए जा रहे हैं। प्राइवेट के साथ रेगुलर स्टूडेंट्स को भी फॉर्म भरने की मोहलत दे दी गई है.अधिकांश इंप्रूवमेंट वाले स्टूडेंट्स को अपने रिजल्ट की सही स्थिति मालूम नहीं है। ऐसे में उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि फॉर्म में मार्क्स वाले कॉलम में क्या डिटेल फीड की जाए। जिसके चलते वे फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। ऐसे में उनकी मार्कशीट में जल्द सुधार नहीं किया गया तो वे ऑनलाइन फॉर्म भरने से रह सकते हैं। आरयू ने इंटरनेट मार्कशीट से ऑनलाइन फॉर्म भरने की छूट दे दी है। लेकिन इंटरनेट के रिजल्ट और मार्कशीट दोनों में एक समान गड़बडि़यां हैं।कई स्टूडेंट्स का एडमिशन भी फंसा हुआ है। इंप्रूवमेंट का रिजल्ट क्लियर ना होने के चलते उनका नेक्स्ट क्लास में एडमिशन नहीं हो पाया है। एग्जाम फॉर्म वे भी नहीं भर पाए हैं। आरयू के रजिस्ट्रार एके सिंह ने बताया कि ऐसे ही स्टूडेंट्स को देखते हुए रेगुलर स्टूडेंट के लिए एक बार फिर फॉर्म भरने की वेबसाइट ओपन की गई। इसकी वजह से कोई रह भी जाता है तो बाद में उसको समय दिया जा सकता है।