-अब तक करीब डेढ़ लाख किसान हुए हैं प्रभावित

-सभी को दिलाया जाएगा मुआवजा, गलत सर्वे पर करें शिकायत

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट में ओलावृष्टि और तेज बारिश से किसानों की मौतों का सिलसिला जारी है। करीब दो दर्जन से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। लेकिन डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन सिर्फ क्8 किसानों की मौत को ही स्वीकार रहा है। अन्य किसानों की मौत को प्रशासन नेचुरल डेथ मान रही है। प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार करीब डेढ़ लाख से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं।

अन्य किसानों की नेचुरल डेथ

डीएम ने प्रेस कांफ्रेंस में किसानों की मौत और मुआवजे से जुड़े सरकारी आंकड़े सामने रख दिए। डीएम ने बताया कि दैवीय आपदा की वजह से अब तक सिर्फ क्8 किसानों की मौत हुई है। जिनमें से फ् ने सुसाइड किया है। ख्म् मार्च से पहले कराए गए सर्वे के अनुसार ख्0ब्ब्क् किसान प्रभावित हुए । इनके लिए शासन से क्म् करोड़ म्7 लाख रुपयों के मुआवजे की डिमांड की गई। जिसमें से डेढ़ करोड़ रुपये आए थे और वितरित कर दिए गए।

फ्8 करोड़ की हो चुकी डिमांड

म् अप्रैल तक के सर्वे में भ्0 परसेंट से अधिक फसल नुकसान में छोटे किसान करीब ब्9क्ख्ख् प्रभावित हुए। वहीं ख्क्8भ् बड़े किसान प्रभावित हुए । सभी को मिलाकर कुल भ्क्फ्07 किसान प्रभावित हुए और क्077भ् हेक्टेयर रकबा प्रभावित हुआ। सभी के लिए करीब ख्0 करोड़ ब्क् लाख रुपए की डिमांड की गई है। इसके अलावा ख्भ् परसेंट से भ्0 परसेंट तक फसल नुकसान के तहत 78,क्म्ब् किसान प्रभावित हुए। इससे पहले क्म् करोड़ की डिमांड को जोड़कर फ्8 करोड़ मुआवजे की डिमांड की जा चुकी है।

किसान धैर्य रखें

डीएम गौरव दयाल का कहना है कि किसानों को धैर्य रखना होगा। बैंकों को भी लोन को रिन्यूअल करने और जबरन वसूली पर रोक लगा दी गई है। प्राकृतिक मौत वाले किसानों को भी सीएम के विवेकाधीन कोष से मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। क्8 मृत किसानों में से 9 की फाइल सीएम के यहां ख्-ख् लाख रुपये की डिमांड बनाकर भेज दी गई है। डीएम ने सर्वे की शिकायत करने के लिए 0भ्8क्-ख्ब्भ्7क्भ्0 नंबर पर फोन कर या फिर तहसीलदार, एसडीएम और एडीएम फाइनेंस के आफिस में भी शिकायत करने के लिए कहा है।

अप्रैल में पांच गुना ज्यादा वर्षा

प्रशासन के अनुसार लास्ट ईयर की अपेक्षा इस बार ब् अप्रैल तक पांच गुना से भी ज्यादा बारिश हुई है। वर्ष ख्0क्ब् में जहां ब् दिनों में सिर्फ ख्.क् मिमी बारिश हुई थी जो इस साल क्0.ख्भ् मिमी हुई। इसी तरह मार्च में वर्ष ख्0क्ब् में फ्फ्.ब्0 मिमी तो वर्ष ख्0क्भ् में म्7:भ्म् मिमी बारिश हुई। इसी के चलते ज्यादा प्राब्लम हुई है।

Posted By: Inextlive