अलर्टनेस के दावों को ठेंगा दिखा रहा मलेरिया
बरेली(ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग की अलर्टनेस के बाद भी मलेरिया के केसेस लगातार बढ़ रहे हैैं। जिले में मलेरिया केसेस की संख्या 376 से अधिक हो गई है। इसमें भी मीरगंज ब्लॉक में सबसे अधिक केसेस सामने आए हैैं। वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इस मौसम में मलेरिया और डेंगू से होने वाली बीमारियों का कहर बढ़ जाता है। ये बीमारियां ऐसी होती हैं जो मरीज का शरीर दर्द से तोडक़र रख देती हैं। इसलिए सावधानी बरतें व बीमारी के लक्षण होने पर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
मीरगंज में सबसे अधिक केस
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों की माने तो इस वर्ष सबसे अधिक मलेरिया केसेस मीरगंज ब्लॉक में निकले हैैं। इस ब्लॉक में 124 मलेरिया केसेस हैैं। साथ ही सबसे कम केसेस शेरगढ़ व नबावगंज ब्लॉक में पाए गए हैैं। इन ब्लॉक्स में तीन-तीन केसेस एक्टिव है। सैटरडे तक जिले में कुल 376 मलेरिया केसेस थे।
जिले में मलेरिया के केसेस सबसे अधिक 2019 में थे, जिनकी संख्या 46,717 थी। वहीं 2020 में केसेस की संख्या 11,686 हो गई थी। इसके बाद 2021 में सिर्फ 2362 मलेरिया केसेस सामने आए थे। वहीं इस वर्ष अब तक 344 केसेस ही सामने आए हैैं।
टीम कर रही काम
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। पीके जैन बताते हैैं कि रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम अलर्ट मोड पर है। मीरगंज, फतेहगंज, कुआं टांडा, रामनगर, भमौरा, क्यारा, मझगवंा, फरीदपुर आदि संवेदनशील क्षेत्रों के लिए रैपिड रिस्पांस टीम बनाई गई टीम में आशा, संगिनी, एएनएम, चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एलटी शामिल हैं। इन्हें प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
एक्सपट्र्स बताते हैं कि मलेरिया प्लासमोडियम परजीवी की वजह से होता है और परजीवी संक्रमित मादा एनोफेलीज मच्छरों के काटने से लोगों में विशेष रूप से फैलता है। यह मलेरिया वेक्टर कहलाता है। इसकी पांच परजीवी प्रजातियां होती हैं, जिससे मनुष्य को मलेरिया होने का ख़तरा होता है। इसमें से दो प्रमुख प्रजातियों पी फाल्सीपेरम और पी विवक्स से मुख्य रूप से खतरा होता है। बरतें सावधानी
-अपने घर की छत व खुले स्थानों पर कबाड़ एकत्रित न होने दें।
-कबाड़ में पानी इक_ा होता है और वहां मच्छर पनपने लगते हैं।
- कूलर का पानी बार-बार साफ करें ताकि मलेरिया के मच्छर को पनपने का मौका न मिले।
-बरसात के दिनों में पानी भरने से मच्छर तेजी से पनपते हैं और उनके काटने से मलेरिया होने का खतरा बढ़ जाता है।
ब्लॉक मलेरिया केसेस
क्यारा 22
भमोरा 27
मझगवां 42
रामनगर 16
आंवला 04
मीरगंज 124
फतेहगंज 50
बिथरी चैनपुर 11
भोजीपुरा 04
मुडिय़ा नबी बख्श 04
बहेड़ी 03
शेरगढ़ 21
फरीदपुर 15
कुआंडांडा 18
नवाबगंज 03
दलेलनगर 04
अर्बन 08
नोट : आंकड़ा शनिवार तक का है