24 घंटे तक सिटी में ही था अंशिका का कातिल
-जंक्शन और सैटेलाइट पर रहा था एक दिन
-रिश्तेदारों ने पकड़कर सौंप दिया पुलिस को BAREILLY: मासूम अंशिका का कातिल दीपू हत्या के ख्ब् घंटे तक सिटी में ही मौजूद था, लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई। दीपू को उसके रिश्तेदारों ने ही पकड़कर पुलिस को सौंपा। दीपू ने हत्या करने की बात से साफ इंकार किया है। संडे को पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। पुलिस अब इस मामले में चौथी आरोपी दीपू की मां अरुणा की तलाश कर रही है। दूसरे दिन गया थ्ा ननिहालपुलिस गिरफ्त में आए दीपू उर्फ दीपक ने बताया कि अंशिका की लाश मिलने के तुंरत बाद वह फोन करने के बहाने घर से भाग गया था। जंक्शन पर चला गया था। वह कई घंटे जंक्शन पर ही रुका था। उसके बाद वह सैटेलाइट पर भी गया था। दूसरे दिन वह अपने ननिहाल सोरो चला गया था। उसके मामा उसे पकड़कर बरेली ले आए और पुलिस के हवाले कर ि1दया था।
दीपू और पिता के बयान अलग-अलगदीपू ने बताया कि सुबह खेलते वक्त अंशिका सीढि़यों से गिर गई थी। जब उसे लगा कि अंशिका मर गई तो उसे बोरे में बंद कर कूलर में छुपा दिया था। रात में उसने पिता को ये बात बतायी थी जिसके बाद पिता ने उसकी पिटाई की थी। सुबह के वक्त उसने शव को गटर में डाल दिया था। दीपू का कहना था कि उसने गटर में बॉडी डाली थी, जबकि पिता सत्येंद्र ने बताया था कि उसने बॉडी गटर मे डाली थी ।