मान गए बिटिया
90 परसेंटरहा रिजल्टहार्टमैन कॉलेज के फादार हरमन मिंज ने बताया कि दोनों क्लास के 4,500 स्टूडेंट्स ने एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से 4 हजार स्टूडेंट्स अपीयर हुए। 90 परसेंट स्टूडेंट्स ने एग्जाम क्लियर करने में सफलता हासिल की है। जबकि 75 परसेंट से ऊपर माक्र्स स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में इजाफा हुआ है।आईसीएसई 10 के टॉप थ्री97.8आरूषी अग्रवाल, सेंट मारियाआरूषी अपने रिजल्ट को लेकर इतनी कोंफिडेंट थी कि डिक्लेयर होने से पहले ही वह फैमिली के साथ जम्मू घूमने चली गई। फ्रेंड्स ने उसे फोन पर टॉप करने की इंफोरमेशन दी। वह कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करना चाहती है। रेग्यूलर स्टडी और ढेर सारी मस्ती का घोल उसकी सफलता का मंत्र है। पेरेंट्स और स्कूल को उसने इसका श्रेय दिया।97.2मेघना टंडन, सेंट मारिया
मेघना के पेरेंट्स डॉक्टर हैं लेकिन वह सीए कर फाइनेंस में अपना करियर बनाना चाहती हैं। वह रोजाना पढ़ाई के टॉपिक्स व टाइम फिक्स कर उसे फॉलो करती थी। उसके अनुसार सेल्फ स्टडी पर ही बिलिव करें। नोवेल्स और थ्रिलर स्टोरीज की दीवानी मेघना करप्शन को आज देश की सबसे बड़ी प्रॉब्लम मानती हैं। मेघना को ट्रैवलिंग का बड़ा शौक है लेकिन बोर्ड एग्जाम की तैयारी से उसे इस हॉबी पर कुछ हद लगाम लगानी पड़ी।96.6स्पर्श अग्रवाल, हार्टमैन कॉलेजस्पर्श ने बताया कि वह दिन में स्कूल के अलावा दो घंटे की सेल्फ स्टडी जरूर करते थे। उन्होंने कभी कोई कोचिंग नहीं ज्वाइन की है। वह इंजीनियर बनना चाहते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ वह टीवी भी जरूर देखते हैं। अपनी सफलता का श्रेय वह भगवान को देते हैं। वह कहते हैं कि सेल्फ स्टडी सबसे ज्यादा जरूरी है।96.6अमय सिन्हा, हार्टमैन कॉलेजअमय के मुताबिक, मन लगाकर पढ़ाई करना बहुत जरूरी है। जितना भी पढ़ें वह कंसंट्रेट होकर ही पढ़ें। उन्हें एम टीवी पर इंग्लिश सांग्स सुनना भी बहुत पसंद है। अमय इंजीनियर बनने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहते हैं। सक्सेस का क्रेडिट वह अपनी फैमिली को देते हैं। कहते हैं कि खुद पर विश्वास करना बहुत जरूरी है।96.4 कृतिका माहेश्वरीसेंट मारिया96.2 हर्षित बत्राजीपीएम कॉलेज96संजली अग्रवालहार्टमैन कॉलेज96मधुर शाक्यसेंट मैरीज95.8 आयुषी वोहरासेंट मारिया95.6पलाश दत्ताहार्टमैन कॉलेजआईएससी12केटॉपथ्री94.75तान्या अग्रवाल, सेंट मारिया
कॉमर्स की स्टूडेंट तान्या सीए की तैयारी कर रही हैं। म्यूजिक और रीडिंग उसकी हॉबी है। लेट नाइट और रेग्युलर पढऩे में ही वह विश्वास रखती हैं। दूसरे स्टूडेंट्स के लिए जितना पढ़े उतना रेग्युलर और कंसंट्रेट कर पढ़ाई करने की उनकी सलाह है। वह रेग्युलर 7-8 घंटे पढ़ती थी। सेल्फ स्टडी, स्कूल और कोचिंग के नोट्स को भी रेग्युलर स्टडी और रिवाइज करना मस्ट है।94.25तन्वी गुजराल, सेंट मारियातन्वी को कम्प्यूटर में इंट्रेस्ट है, इसलिए वह बीटेक करना चाहती हैं। फादर जनरल फिजिशियन हैं। तन्वी ने पढ़ाई के साथ अपनी हॉबी में भी जमकर इंट्रेस्ट लिया। आम लड़कियों से अलग उसे कुकिंग का बहुत शौक है। इसके अलावा, डांसिंग, म्यूजिक और पेंटिंग भी उसकी पसंदीदा एक्टिविटिज हैं। स्कूल, कोचिंग और रेग्युलर सेल्फ स्टडी को उसने सफलता का मूल मंत्र बताया। पढ़ाई के साथ इंटरटेनमेंट को भी वह जरूरी मानती हैं।94.25 अवनी अग्रवाल, हार्टमैन कॉलेजअवनी कहती हैं कि सफलता के लिए रेग्युलर पढ़ाई सबसे ज्यादा जरूरी है। उनके मुताबिक पढ़ाई टेंशन के साथ नहीं वरन कूल रहकर करनी चाहिए। अवनि का सेलेक्शन आईआईटी के लिए हो चुक ा है। वह बीटेक के बाद एमबीए करना चाहती हैं। सफलता क ा श्रेय वह मां-पापा और टीचर्स को देती हैं। वह दिन में 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी करती थीं।94.25 जय गुप्ता, जीपीएम कॉलेज
जय को फ्यूचर में इंजीनियर बनने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी है। उनकी इच्छा है कि वह आईएएस बनें। जय को पढ़ाई के अलावा कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। किताबें ही उनकी सबसे अच्छी दोस्त हैं। अपनी सफलता के लिए वह टीचर्स और पेरेंटस को धन्यवाद भी देते हैं। जय मानते हैं कि पढऩे से ही देश का भला हो सकता है।94.00 राघव ढौंढियाल, हार्टमैन कॉलेजराघव को टीवी पर क्रिकेट मैच देखना बहुत पसंद है पर वह पढ़ाई के लिए भी पूरी तरह समर्पित हैं। दोनों काम ठीक से करने के लिए वह टाइम मैनेजमेंट का अहम रोल मानते हैं। वह भविष्य में इंजीनियर बनना चाहते हैं और अपनी सफलता का पूरा क्रेडिट मां-पापा को ही देते हैं। उनका मानना है कि 6-7 घंटे की सेल्फ स्टडी करना बहुत जरूरी है।
93 तान्या गुजरालसेंट मारिया92.75श्रेया ओबरायहार्टमैन कॉलेज92.25हंसा मेहरोत्राहार्टमैन कॉलेज91.75 वैभव अग्रवालहार्टमैन कॉलेज89 महिमा उप्रेतीसेंट मारिया89आकृति खंडेलवालसेंट मारिया