समर्पण की भावना से बन गए गरीबों के अन्नदाता
-डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल में रोगियों के परिजनों को पांच रुपये में देते हैं भोजन
-समर्पण एक प्रयास संस्था ने जरूरतमंदों की मदद को उठाया अनूठा कदम डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल में रोगियों के परिजनों को पांच रुपये में देते हैं भोजन -समर्पण एक प्रयास संस्था ने जरूरतमंदों की मदद को उठाया अनूठा कदमBareilly Bareilly :गरीबों की सेवा और उनकी मदद समर्पण की भावना से करना ही भगवान की सच्ची सेवा मानी गई है। उसी भावना के साथ पिछले डेढ़ वर्ष से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में गरीब परिवार के रोगियों के परिजनों को पांच रुपए में भोजन उपलब्ध करवा रही समर्पण एक प्रयास संस्था के साथ अब शहर के लोग जुड़ने लगे हैं और इसके साथ ही संस्था द्वारा की जा रही इस मदद का दायरा भी बढ़ रहा है। संस्था ने क्00 लोगों को भोजन देने से शुरुआत की थी और आज यह आंकड़ा ख्भ्0 तक पहुंच गया है। संस्था के इस अनूठे प्रयास में डॉक्टर, अधिवक्ता, व्यापारी, कारोबारी सहित ब्भ् लोग आर्थिक सहयोग करते हैं। संरक्षक श्री विष्णु अग्रवाल, अध्यक्ष दिलीप कुमार अग्रवाल, अमरीश कठेरिया,निकुंश अग्रवाल आदि शामिल हैं।
सुबह दस बजे से वितरित करते हैं भोजन-समर्पण एक प्रयास की ओर से प्रतिदिन अलग-अलग भोजन हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के परिजनों को पांच रुपये में दिया जाता है। भोजन वितरित करने का कार्य सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक मंदिर परिसर में किया जाता है। संस्था अध्यक्ष दिलीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि यह कार्य पिछले डेढ़ वर्ष से किया जा रहा है।
त्योहारों पर विशेष व्यंजन होली, दीपावली, ईद, क्रिसमस, क्भ् अगस्त, ख्म् जनवरी और दो अक्टूबर को संस्था की ओर से विशेष व्यंजन रोगियों के परिजनों को दिया जाता है। अध्यक्ष ने बताया कि इस दिन खीर पूड़ी, मिठाई, फल व अन्य खाद्य पदार्थ मुफ्त दिए जाते हैं। इस भावना के साथ की जा रही सेवा- समर्पण एक प्रयास ट्रस्ट के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने बताया की डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में प्रतिदिन हजारों लोग इलाज कराने दूरदराज से आते हैं। सैकड़ों गरीब परिवार के लोग भर्ती भी होते हैं। हॉस्पिटल की ओर से मरीजों को तो भोजन मिलता है, लेकिन तीमारदारों को नहीं मिलता। उनको तीस से म्0 रुपया प्लेट भोजन खरीद कर खाना पड़ता है। उनकी समस्याओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। लगातार इस अभियान से जुड़ रहे लोग-समर्पण एक प्रयास की इस अनूठी पहल को शुरुआत में कुछ ही लोगों ने सहारा दिया, लेकिन अब इसमें सहयोग करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होने लगा है। सक्रिय सदस्य ख्भ् और अन्य क्भ्0 के पार हैं।
प्वाइंटर -9अप्रैल ख्0क्7 में शुरू हुई थी -क्00 लोगों दिया जाता था भोजन -अब प्रतिदिन क्भ्0 से ख्भ्0 लोगों को दिया जाता है भोजन -चार लोगों ने इस अभियान का किया आगाज -सात पूड़ी, सब्जी और अचार मिलता है -प्रतिदिन भोजन में होता है बदलाव