Love, loot और murder
बाजार से वापस आया तो पापा इंजर्ड पड़े थेशिवम ने बताया कि सैटरडे को पिता के कहने पर वह कुछ सामान लेने बाजार गया था। घर लौटा तो दरवाजे खुले पड़े थे। सामने पापा जख्मी हालत में जमीन पर पड़े थे। उनके सिर पर बहन के लवर राजेश (काल्पनिक नाम) और उसके भाई सुधीर ने हैंडपंप के हैंडिल से मारा था। घटना के वक्त बहन भी वहीं मौजूद थी। तभी कॉलोनी में ही रहने वाले राजेश और उसके बड़े भाई सुधीर ने उसका हाथ पकड़कर एक कमरे में खींच लिया और उसके सिर पर भी उसी हैंडपंप के हैंडिल से मारा। इससे वह बेहोश हो गया। उसके बाद क्या हुआ उसे नहीं मालूम।Serious थी condition hospital में death
शिवम ने बताया कि गंभीर हालत में पड़ोसी और रिश्तेदारों ने उसे और उसके पिता को सिद्धि विनायक हॉस्पिटल में एडमिट कराया, जहां उसके पिता की संडे मार्निंग में डेथ हो गई। इंसीडेंट के बाद से बहन अपने लवर के साथ फरार है। उसकी बहन घर से डाकघर के रुपए और ज्वैलरी भी साथ ले गई है।गार्ड को भी बनाया निशाना
शिवम के ताऊ धर्मेंद्र कुमार सक्सेना केजीएम इंटर कॉलेज से रिटायर टीचर हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर गार्ड भी मौजूद था। उस पर भी राजेश और उसके भाई सुधीर ने हैंडपंप के हैंडिल से मारा। गंभीर हालत में उसे बदायूं रोड स्थित रामगंगा हॉस्पिटल में एडमिट कराया है।गार्ड ने साधी चुप्पीगार्ड जसवीर ने तो इस घटना के बारे में कुछ भी कहने से तौबा कर रखी है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि घटना के वक्त गार्ड घर पर ही मौजूद था। उसके सामने ही घटना घटी। यहां तक वह भी इसका शिकार हुआ। इसके बावजूद वह कुछ भी नहीं बता रहा है। लोगों का कहना है कि उसे उन दोनों लड़कों ने धमकी दी है। इसी कारण वह कुछ बोल नहीं रहा है। फिलहाल बातचीत में उसने बताया कि वह इटउआ का रहने वाला है। वह बासमंडी के मदलूफ खां के यहां गार्ड का काम करता है। अपनी चोट के बारे में उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उसने सिर्फ इतना बताया कि पास में ही लकड़ी की एक दुकान के कुछ लोगों ने उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया। उसके भाई देवेंद्र सिंह का कहना है कि उसे संडे को 11 बजे सूचना मिली कि उसका भाई हॉस्पिटल में एडमिट है।मकान बदलना चाहते थे योगेंद्र
पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे योगेंद्र के बड़े भाई धर्मेंद्र ने बताया कि उनके भाई एक फौजी के घर में किराए पर रह रहे थे। लगभग तीन-चार दिन पहले से मकान बदलने की बात कह रहे थे। उन्होंने बताया कि आज ही उन्हें मकान बदलना था लेकिन तब तक उनके भाई ने उनका साथ छोड़ दिया।दोनों minorधर्मेंद्र ने बताया कि भाई की पत्नी मंजू सक्सेना की लगभग 15 साल पहले मौत हो चुकी है। भतीजा शिवम 10वीं की तैयारी कर रहा है। राजेश आदर्श इंटर कॉलेज में 11वीं का स्टूडेंट है। उसका भाई सुधीर मृतक आश्रित में अपने पिता की जगह कॉन्स्टेबल भर्ती हुआ है और अभी हाल ही में ट्रेनिंग से वापस लौटा है।FIR में सुधीर का नाम क्यों नहीं?
धर्मेंद्र ने बताया कि इस मामले में उनकी माइनर भतीजी और राजेश को तो एक्यूज्ड बना दिया गया, जबकि राजेश के कांस्टेबल भाई सुधीर को पुलिस ने एफआईआर में एक्यूज्ड नहीं बनाया है। पुलिस उसे क्यों बचाने की कोशिश कर रही है? वह सभी एक्यूज्ड में बड़ा है, बड़ा होने के नाते वह चाहता तो उसके समझाने से हादसा टल सकता था। इस मामले में मेन एक्यूज्ड तो वही है। हो सकता है पैसे-रुपयों के लालच में उसने ही अपने भाई और मेरी भतीजी को बरगलाया हो? कहीं न कहीं इस मामले में वही मास्टरमाइंड है। जबकि पुलिस ने उसके अगेंस्ट एफआईआर में एक शब्द भी नहीं लिखा है। माइनर्स को एक्यूज्ड बना कर इस मामले को कमजोर करने की कोशिश की है।'दिल नहीं मानता कि बहन ने ऐसा किया है'बहन की इस करतूत से शिवम सदमे में है। घटना के समय बहन की मौजूदगी के बावजूद उसे उसकी करतूत पर भरोसा नहीं हो रहा है। कभी वह पिता की मौत को लेकर बहन को जिम्मेदार बता रहा तो कभी उसे बेकसूर मान रहा है। लोगों से बातचीत के दौरान वह कहता कि सैटरडे को उसने बदहवासी में पुलिस को जो बयान दिया वह गलत है, उसकी बहन निर्दोष है।जब लड़के घर में घुसेंगे तो यही सब होगा। (जसवीर ने यह रिएक्शन तब दिया जब उसको बताया गया कि लड़की अपने फादर का मर्डर करवा कर फरार हो गई है.)-जसवीर, गार्डएक्यूज्ड की तलाश में दो टीमें बनाई गई हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में रेड कर रही है। पकड़े जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।-अतुल सक्सेना, एसपी सिटी