सर्राफ के घर लूट नहीं डाली गई थी डकैती, दो बदमाश गिरफ्तार
-डकैती में प्रयुक्त ऑटो समेत लूट का कुछ माल भी हुआ बरामद
-फरार चार बदमाशों की तलाश में पुलिस की टीम दे रही दबिश बरेली : गांधीपुरम में सर्राफ के घर लूट नहीं बल्कि डकैती डाली गई थी। पुलिस ने डकैती में शामिल ऑटो चालक समेत दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में चार अन्य बदमाशों के नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ऑटो व तमंचे के साथ लूटा गया मोबाइल समेत कुछ नकदी व जेवर बरामद कर लिए है। गुरुवार को पुलिस घटना का राजफाश करेगी। 13 अप्रैल की वारदातप्रेमनगर क्षेत्र में बड़ा बाग हनुमान मंदिर के पास गांधीपुरम फेस टू कॉलोनी निवासी मनोज गुप्ता की शेरगढ़ कस्बे में सर्राफ का दुकान है। वह अपने बेटे आशू के साथ 13 अप्रैल को दुकान पर थे। उसी दौरान देर शाम तीन बदमाश उनके घर पहुंचे और कहा कि वह घर में खराब वाईफाई को ठीक करने आए। बदमाश घर में घुसे और उनकी पत्नी व बच्चों को बंधक बनाकर पिटाई कर घर में रखे रुपये व लाखों के जेवर लूट लिए थे। इसी दौरान को¨चग से उनकी दूसरी बेटी आशी आई तो उसने गेट के अंदर अंजान युवक को देखा। शक होने पर उसने शोर मचाया तो बदमाश भाग निकले थे। हालांकि भागते हुए बदमाश सीसीटीवी में कैद हो गए थे।
ऑटो चालक ने रची थी साजिश डकैती के बाद बदमाश ऑटो से भागे थे। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से ऑटो का नंबर हासिल कर उसे ट्रेस किया। पता चला कि ऑटो गौरव पाल निवासी संजयनगर बारादरी का है। पुलिस उसके घर पहुंची लेकिन वह गायब मिला। मंगलवार देर रात पुलिस ने गौरव को ऑटो समेत दबोच लिया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसी ने साजिश रची थी। पुलिस ने उसके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचा और लूटे गए कुछ रुपये वह गहने बरामद किए हैं। पूछताछ में उसने घटना में शामिल फहीम निवासी ईमामबाड़ा न्यू सीलमपुर दिल्ली, विकास कश्यप निवासी आवास विकास कॉलोनी प्रेमनगर, रजत साहू निवासी खड़ौआ सीबीगंज, बाबा उर्फ वाजिद निवासी गढैया किला और इमरान निवासी विहार कला गल्ला मंडी इज्जतनगर का नाम भी बताया। पुलिस ने गुरुवार दोपहर वाजिद को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास सर्राफ की पत्नी का मोबाइल व लूटा गया कुछ सामान बरामद किया है। कई दिन शहर में छुपे रहे, नाइट कफ्र्यू में फरारपूछताछ में पता चला फरार इमामबाड़ा न्यू सीलमपुर दिल्ली निवासी फहीम समेत तीन अन्य आरोपित बेहद शातिर है। घटना के बाद सब बरेली में ठिकाना बनाए थे। कई दिन वह छुप कर रहे है। उन्हें पता था कि उनके चेहरे सीसीटीवी में कैद हो गए हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इसलिए उन्होंने भागने का प्रयास नहीं किया। चुनाव में पुलिस जब व्यस्त हुई तो नाइट कफ्र्यू लगते ही सभी फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में दिल्ली से लेकर पड़ोसी जनपदों में दबिश दे रही है।