आरयू की लापरवाही ने विधि छात्रों के साथ किया खेल
एलएलबी थ्री और फाइव ईयर के रिजल्ट में ज्यादातर स्टूडेंट्स फेल
आरयू दे रहा हार्ड मार्किंग का हवाला तो कॉलेज लगा रहे लापरवाही का आरोपBAREILLY: अपनी मजबूत जिरह की बदौलत दूसरों को न्याय दिलाने वाले भावी वकील इन दिनों आरयू की घोर लापरवाही के शिकार हो गए हैं। लॉ के स्टूडेंट्स के साथ आरयू ने खामियों का ऐसा खेल खेला कि उनके अब उनका फ्यूचर ही अंधकार में जाता दिखाई दे रहा है। एलएलबी थ्री और फाइव ईयर के ईवन सेमेस्टर के स्टूडेंट्स का रिजल्ट निकला तो उनके पैरों के नीचे की जमीन ही खिसक गई। अधिकांश कॉलेजेज के स्टूडेंट्स फेल कर दिए गए हैं। किसी-किसी कॉलेज के 80 से 90 परसेंट तक के स्टूडेंट्स को फेल कर दिया गया है। एक तरफ आरयू हार्ड मार्किंग का हवाला दे रहा है दूसरी तरफ स्टूडेंट्स इसके लिए आरयू पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। वजह चाहे कुछ भी हो, लेकिन एलएलबी का आज तक ऐसा रिजल्ट कभी नहीं आया। इससे कहीं ना कहीं पूरी एग्जाम व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है।
90 परसेंट से ज्यादा स्टूडेंट्स फेलसवाल ना उठते यदि फेल होने की वाले स्टूडेंट्स की संख्या अनगिनत नहीं होती। आरयू के पास तो इसका हिसाब ही नहीं है। या फिर यूं कहें अपनी कमियों को छिपाने के लिए फेल छात्रों की संख्या का खुलासा नहीं कर रहे हैं। कई कॉलेजेज के 90 परसेंट से ज्यादा स्टूडेंट्स को फेल कर दिया गया है। बरेली के ही एक प्राइवेट कॉलेज की बात करें तो यहां पर थ्री ईयर कोर्स के सिक्स्थ सेमेस्टर के एग्जाम में क्ब्0 स्टूडेंट्स अपीयर हुए थे। जिनका सेंटर बीसीबी में था। इनमें से महज क्0 स्टूडेंट़्स ही पास हुए हैं। बाकी सभी फेल हो गए।
अधिकांश को मिला डबल जीरो रिजल्ट अभी हाल ही में डिक्लेयर हुआ है। जैसे-जैसे मार्कशीट मिल रही है स्टूडेंट्स कंप्लेन लेकर पहुंच रहे हैं। ना केवल बरेली, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, बिजनौर समेत दूसरे डिस्ट्रिक्ट्स के स्टूडेंट्स भी पहुंच रहे हैं। बिजनौर के एक प्राइवेट कॉलेज का मैनेजमेंट भी वेडनसडे को अपनी कंप्लेन लेकर आरयू आया था। इस बार का रिजल्ट यकीन करने से परे है। उनके कॉलेज में जो हर सेमेस्टर में टॉप करता आया है, उसे इस बार डबल जीरो मिला है। उनका कहना है कि स्टूडेंट्स कुछ तो कॉपी में लिखे ही होंगे। ऐसे कैसे डबल जीरो मिल सकता है। लापरवाही चरम परआरयू चाहे कितनी भी अपनी गलती को सिरे से खारिज करे लेकिन स्टूडेंट्स के केसेज उनकी लापरवाही की सरेआम पोल खोल रहे हैं। एक प्राइवेट कॉलेज का स्टूडेंट अपना एडमिट कार्ड लेकर पहुंचा। उसने आरटीआई लॉ का पेपर दिया था, जो एडमिट कार्ड में भी अंकित है। लेकिन मार्कशीट में इंश्योरेंस लॉ का पेपर प्रिंट कर अब्सेंट लगा दिया है और उसे फेल दर्शा दिया गया है। इस पर आरयू अपनी गलती मानने से इंकार कर रहा है। आरयू में पहुंच रही कंप्लेन के अनुसार विभाग की मानें तो ऐसे करीब ब्0 केसेज हैं। इसकी कॉलेज की एक छात्रा को तो सभी पांचों सब्जेक्ट्स में डबल जीरो दिया गया है। हार्ड मार्किंग समझ में आती है लेकिन सभी सब्जेक्ट्स में डबल जीरो वह भी सिक्स्थ सेमेस्टर में, यह समझ के परे है।
मास्टर कोडिंग में खामियांआरयू के कोडिंग सिस्टम में जमकर खामियां उजागर हो रही हैं, जिनका खामियाजा स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। मास्टर कोडिंग में इस कदर घालमेल किया गया है कि मार्कशीट में गलत मार्क्स चढ़ाने के आरोप लग रहे हैं। हालांकि आरयू इन सभी बातों से इंकार कर रहा है। वह केवल हार्ड मार्किंग की दुहाई दे रहा है। फिलहाल आरयू के अधिकारी ऐसी कंप्लेंस के केसेज की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं, जिसके बाद उसकी जांच कराई जाएगी। लेकिन तब तक स्टूडेंट्स को अपने माथे पर फेल होने का धब्बा लेकर घूमना पड़ेगा।