बीसीबी के एलएलबी स्टूडेंट्स का एग्जाम फंसा
- बीसीबी ने स्टूडेंट्स से वसूली आधी एग्जाम फीस
- आरयू ने पूरी फीस की डिमांड कर फॉर्म असेप्ट करने से किया मना BAREILLY: आरयू और बरेली कॉलेज के बीच की मिस अंडरस्टैंडिंग ने बीसीबी के एलएलबी स्टूडेंट्स के एग्जाम पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है। यहां मामला एग्जाम फीस को लेकर फंस गया है। आरयू ने एग्जाम फीस बढ़ा दी थी, लेकिन बीसीबी को इसकी खबर नहीं लगी। उसने स्टूडेंट्स से पुराने दर पर ही एग्जाम फीस वसूल ली। अब यूनिवर्सिटी ने पूरी एग्जाम फीस जमा करने का निर्देश देते हुए बीसीबी के एग्जाम फॉर्म लौटा दिए हैं। तीन दिन बाद एलएलबी के एग्जाम स्टार्ट होने वाले हैं। ऐसे में बीसीबी के सामने चुनौती खड़ी हो गई है। एग्जाम से पहले स्टूडेंट्स से कैसे एग्जाम फीस वसूली जाए। बिना पूरी फीस जमा किए स्टूडेंट्स का एग्जाम कैसे कंडक्ट कराया जाए। ख्00 रुपए के भराए एग्जाम फॉर्मआरयू ने बीबीए, बीसीए, एलएलबी के ऑड सेमेस्टर और एलएलबी सिक्स्थ सेमेस्टर के ईयर बैक वाले स्टूडेंट़्स के एग्जाम फॉर्म भरवाए। पहले फॉर्म ऑनलाइन भराना था। लेकिन बाद में इसे मैनुअली ही भराया गया। बीसीबी के एलएलबी स्टूडेंट्स ने कॉलेज से ही ख्00 रुपए का एग्जाम फॉर्म लेकर उसे कॉलेज में ही जमा कर दिया। पहले एग्जाम दिसम्बर में प्रस्तावित थे। जिसक शेड्यूल भी जारी हो गया था। लेकिन विंटर वैकेशन के चलते कॉलेज ने एग्जाम कंडक्ट कराने में असमर्थता जता दी थी। जिसके बाद एग्जाम का शेड्यूल चेंज कर क्0 जनवरी से किया गया। आरयू ने करीब फ् बार एग्जाम फॉर्म जमा करने की लास्ट डेट बढ़ाई थी।
कॉलेज ने वसूली आधी फीस अब जब बीसीबी ने सभी स्टूडेंट्स के फॉर्म को वैरीफाई कर आरयू में जमा किए तो चौंकाने वाली बात सामने आई। बीसीबी ने बीबीए, बीसीए, एलएलएलबी सभी के फॉर्म एक साथ जमा किए। साथ ही एग्जाम फॉर्म की फीस के रूप में यूनिवर्सिटी में 9,फ्7,000 रुपए का चेक भी जमा कराया। अब ट्यूजडे को आरयू ने यह कहते हुए एलएलबी के एग्जाम फॉर्म जमा नहीं किए कि बीसीबी ने स्टूडेंट्स से पूरी एग्जाम फीस जमा नहीं कराई। आरयू का कहना है कि बीसीबी ने स्टूडेंट्स से आधी फीस वसूली है। करीब एक हजार स्टूडेंट्स का एग्जाम फंसाएक अनुमान के मुताबिक बीसीबी से लॉ में करीब एक हजार स्टूडेंट्स का एग्जाम फॉर्म भराया गया है। आरयू ने इन सभी स्टूडेंट्स का फॉर्म जमा करने से मना कर दिया है। आरयू बीसीबी से पूरी फीस मांग रहा है। आरयू का कहना है कि इसकी इंफॉर्मेशन पहले ही दे दी गई थी। जबकि बीसीबी कह रहा है कि उसे इसकी इंफॉर्मेशन नहीं थी। क्0 जनवरी से एग्जाम स्टार्ट होने हैं। उससे पहले आरयू ने इन स्टूडेंट्स का फॉर्म असेप्ट करने से मना कर दिया।
अब कैसे वसूली जाए फीस बीसीबी के सामने प्रॉब्लम खड़ी हो गई है। आरयू पूरी फीस मांग रहा है। जबकि बीसीबी के सामने चुनौती यह है कि वह अब एग्जाम से पहले स्टूडेंट्स से फीस कैसे वसूली जाए। बीसीबी अब बीच का रास्ता निकालने में जुट गया है। सोर्सेज की मानें तो एक बीच का रास्ता निकालने की संभावना बन रही है। वह यह है कि सभी स्टूडेंट्स को एग्जाम में अपीयर होने दिया जाए। लेकिन उनका रिजल्ट डिक्लेयर ना किया जाए। बाकी की आधी फीस वसूलने के बाद ही स्टूडेंट्स का रिजल्ट डिक्लेयर किया जाए।