एक महीने पहले दिया गया था नोटिस बना रखा था डाउनटाउन होटल

(बरेली ब्यूरो)। शराब माफिया मनोज जायसवाल के होटल डाउनटाउन पर सैटरडे को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त
कर दिया गया। मामले में एक महीने पहले बीडीए ने उन्हें नोटिस थमाया था। सील भी लगाई थी लेकिन, सील तोडक़र उसमें व्यावसायिक गतिविधि शुरू कर दी। करोड़ों की कर चोरी मामले में फंसे मनोज जायसवाल आवासीय परिसर में व्यावसायिक गतिविधि संचालित कर रहे थे.लिहाजा, बरेली विकास प्राधिकरण ने उस पर बुलडोजर चला कर ध्वस्त कर दिया।

सहारनपुर की टपरी डिस्टलरी प्रकरण में करोड़ों की कर चोरी मामले में मनोज जायसवाल वर्तमान में जेल में है। 29 जनवरी को लखनऊ में उसे एसटीएफ ने धर दबोचा था। उसके ऊपर 25 हजार का इनाम था। उसके पकड़े जाने के बाद 50 हजार का इनामी अजय जायसवाल थी धर लिया गया। इसी के बाद उस पर शिकंजा कसना शुरू हो गया। बीडीए के अवर अभियंता हरीश चौधरी ने 29 जनवरी को बारादारी थाने में मनोज के विरुद्ध एक और मुकदमा दर्ज कराया था। बताया था आवासीय में व्यवसायिक गतिविधि पर 18 दिसंबर 2020 को उसे सील कर दिया था। सीङ्क्षलग की कार्रवाई के बाद भी मनोज जायसवाल ने सील तोडक़र डाउन टाउन का दोबारा संचालन शुरू कर दिया। मनोज को जारी की गई नोटिस की मियाद खत्म होने के बाद शनिवार को बीडीए की टीम फोर्स के साथ डाउनटाउन पहुंची और उस पर बुलडोजर चला दिया गया।

लखनऊ से होती रही कार्रवाई की मानीटङ्क्षरग
डाउनटाउन बार ढहाने के लिए टीम पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी। पूरा आपरेशन गुप्त रखा गया। महज दस मिनट पहले थाने को सूचना दी गई। अधिकारियों तक ने फोन स्विच आफ कर लिया। कार्रवाई की पूरी मानीटङ्क्षरग सीधे लखनऊ से हो रही थी। तीन बुलडोजर डाउनटाउन को आगे से तो दो पीछे से जमींदोज करने में लगे थें। आगे से पूरी तरह तोड़ दिया गया। पीछे एक आरसीसी की दीवार और किचन के बड़े पाइप तोड़ दिए गए। टीम भवन को अनुपयोग बनाकर लौट आई।

रोती रही माफिया की पत्नी, हाथ जोड़ मांगी माफी
मनोज जायसवाल की पत्नी कनुप्रिया जायसवाल ध्वस्तीरकरण की कार्रवाई के दौरान फूटफूट कर रोई। अधिकारियों के सामने वह हाथ जोडक़र बार-बार माफी मांगती रहीं। इस दौरान उनके घर के अन्य लोग भी मौजूद थे। आस-पास के लोग वीडियो बना रहे थे। राहगीरों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल भी किया।

इसलिए की गई कार्रवाई
बीडीए उपाध्यक्ष जोङ्क्षगदर ङ्क्षसह ने बताया कि स्टेडियम रोड स्थित होटल को 2020 में बीडीए ने सील किया था। आवासीय नक्शे के स्थान पर व्यावसायिक गतिविधियां हो रही थीं। होटल की कंपाउंङ्क्षडग के लिए प्राधिकरण में आवेदन किया था, लेकिन आवासीय क्षेत्र होने के कारण फाइल निरस्त कर दी गई थी और ध्वस्तीकरण को लेकर नोटिस जारी किया गया था।

शराब माफिया पर मेहरबान थे पूर्व डीएम मानवेंद्र ङ्क्षसह
लखनऊ में गिरफ्तारी के बाद शराब माफिया का बरेली के तत्कालीन डीएम मानवेंद्र ङ्क्षसह के साथ फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। माफिया के बार के दोनों लाइसेंस के साथ उसकी मां व पत्नी के नाम चारों दुकानों के लाइसेंस भी तत्कालीन डीएम ने बहाल किये थे। ऐसे में मनोज पर तत्कालीन डीएम की मेहरबानी होने पर मुहर लग गई। बता दें कि टपरी डिस्टलरी प्रकरण में मनोज के फंसने पर शासन के निर्देश के बाद तत्कालीन डीएम नितीश कुमार के आदेश पर आबकारी विभाग ने शराब माफिया के स्टेडियम रोड स्थित डाउन टाउन व डीडीपुरम स्थित तमाशा बार को सील कर दिया। इसके साथ ही मनोज जायसवाल की मां पुष्पा जायसवाल के नाम व उसकी पत्नी कनुप्रिया जायसवाल के नाम दर्ज दो-दो यानी चारों दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस जारी किया था।

Posted By: Inextlive