स्टूडेंंट्स यूनियन इलेक्शन में कोड ऑफ कंडक्ट का माखौल उड़ाने में गर्ल कैंडीडेट्स भी पीछे नहीं हैं. वीरांगना अवंतीबाई लोधी गवर्नमेंट गल्र्स डिग्री कॉलेज का स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन इसका लाइव एग्जाम्पल है. यूनियन इलेक्शन के मैदान में डटी कैंडीडेट्स लिंगदोह की सिफारिशों को खुलेआम ठेंगा दिखा रहीं हैं. बैनर-पोस्टर होर्डिंग समेत दूसरे प्रिंटेड मैटीरियल के साथ कैंडीडेट्स जमकर अपनी कैंपेनिंग कर रही हैं. कॉलेज कैंपस में भले ही उनकी दाल न गल रही हो लेकिन सिटी के तमाम प्रॉमिनेंट एरियाज में उनके बैनर और होर्डिंग लगे हुए हैं.


कोचिंग की गल्र्स हैं टारगेटपार्टी के बैनर तले अधिकांश कैंडीडेट बैनर-पोस्टर, होर्डिंग और प्रिंटेड विजिटिंग कार्ड के साथ कैंपेनिंग कर रही हैं। प्रदेश में सत्तारूढ़ दल के यूथ विंग की पार्टी की एक कैंडीडेट के सिटी में बड़े-बड़े होर्डिंग्स देखे जा सकते हैं। कॉलेज गेट के सामने भी काफी बड़ी होर्डिंग लगाई गई है। वहीं पार्टी से संबंधित सभी कैंडीडेट्स बड़े पैमाने पर कैंपेनिंग के लिए विजिंटिंग काड्र्स का भी इस्तेमाल कर रही हैं। इन कैंडीडेट्स का टार्गेट कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में पढऩे वाली कॉलेज की स्टूडेंट्स हैं। कोचिंग संस्थानों के स्टूडेंट्स के बीच प्रिंटेड मैटीरियल के सहारे ही कैंपेनिंग को अंजाम दिया जा रहा है।कई कैंडीडेट्स का पार्टी से कनेक्शन


लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का माखौल उड़ाने वाले कैंडीडेट्स में से ज्यादातर किसी न किसी स्टूडेंट पार्टी के बैनर तले इलेक्शन लड़ रही हैं। लिंगदोह के रूल्स के अनुसार किसी भी दल के टिकट पर इलेक्शन लडऩे पर पाबंदी है। इसलिए नॉमिनेशन में किसी पार्टी को मेंशन नहीं किया जाता। लेकिन कैंपस के यूनियन इलेक्शन में सछास, एबीवीपी, एनएसयूआई और एसएफआई के बैनर तले कई कैंडीडेट्स मैदान में हैं। कैंडीडेट्स इलेक्शन में अपने नाम से ज्यादा पार्टी का बैनर कैश करना चाहती हैं। इससे उनका रुतबा तो बढ़ता ही साथ ही कैंपेनिंग के लिए अधिक संख्या में मेनफोर्स भी उपलब्ध हो जाता है।लिंगदोह की शिफारिशें-कोई भी कैंडीडेट प्रिंटेड मैटीरियल से अपनी कैंपेनिंग नहीं कर सकता।-प्रिंटेड मैटीरियल न केवल कैंपस बल्कि सिटी में लगाने पर भी बैन है।-कैंडीडेट्स कैंपेनिंग में केवल हैंड रिटेन पोस्टर ही यूज कर सकते हैं।-कैंपेनिंग के लिए लाउडस्पीकर, व्हीकल्स और एनिमल्स का यूज नहीं कर सकते।-सिफारिशों का उल्लंघन करने वाले कैंडीडेट्स पर कड़ी कार्रवाई करते हुए नॉमिनेशन कैंसिल किया जा सकता है।कॉलेज में प्रिंटेड मैटीरियल बैनकॉलेज कैंपस में किसी भी प्रकार के प्रिंटेड मैटीरियल से कैंपेनिंग करने पर पाबंदी है। नॉमिनेशन फाइल करने के बाद कुछ कैंडीडेट्स ने विजिटिंग कार्ड के सहारे कैंपेनिंग की थी। जिसके बाद कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने पूरी सख्ती बरतते हुए ऐसी कैंपेनिंग पर बैन लगा दी।होर्डिंग्स लगाना गलत नहीं है। सिटी में जितने भी होर्डिंग्स हैं, मैंने नहीं लगाए। हमारे सपोर्टर्स ने लगाए हैं क्योंकि मैं पार्टी की तरफ से इलेक्शन लड़ रही हूं, इसलिए कई लोग मुझे अपना समर्थन दे रहे हैं।-रजनी पटेल, कैंडीडेंट प्रेसीडेंटकैंपस में प्रिंटेड मैटीरियल से कैंपेनिंग पर बैन है। इसलिए हैंड रिटेन पोस्टर से ही कैंपेनिंग की जा रही है। बाहर कैंपेनिंग के लिए डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन से सहयोग मांगा गया है।

-सुषमा रानी, मुख्य चुनाव अधिकारी

Posted By: Inextlive