बवाली गांव में असलहों के लाइसेंस होंगे निरस्त
गांवों में बवाल के दौरान फायरिंग के मामले में एसएसपी ने की तैयारी
नए लाइसेंस बनने के लिए भी नहीं किया जाएगा रिकमंड BAREILLY: गांवों में बवाल के दौरान फायरिंग की घटनाओं पर लगाम कसने की पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। एसएसपी ने जिन गांवों में फायरिंग हुई हैं वहां के थाना प्रभारियों को हथियारों के लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट देने के लिए कहा है। रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी। यही नहीं इन गांवों में नए लाइसेंस बनने के लिए भी रिकमंड नहीं किया जाएगा। इसके अलावा बवाल में सामने आए एडवोकेट की भी रिपोर्ट रजिस्ट्रार को भेजने की तैयारी कर ली है। वहीं वेडनसडे को खटेटा गांव के मामले में कई एडवोकेट आईजी से मिलने पहुंचे और पुलिस पर गलत कार्रवाई का आरोप लगाया। आईजी ने एसएसपी से मामले में रिपोर्ट मांगने का आश्वासन दिया है।सभी विवादों की करायी जाएगी फोटोग्राफी
एसएसपी ने बताया कि कई गांव में बवाल के दौरान फायरिंग की घटनाएं सामने आयी हैं। यहां या तो लाइसेंसी हथियार से फायरिंग हुई या फिर अवैध असलहों से। ऐसे बवाली गांव में लाइसेंसी हथियारों का भी रहना ठीक नहीं है। ट्यूजडे को मीटिंग में ऐसे गांवों में लाइसेंसी हथियारों का निरस्तीकरण करने का डिसीजन लिया गया। इसके अलावा जितने भी बवाली हैं सभी पर गुंडा एक्ट लगाने के निर्देश दिए हैं। पिछले पांच साल के विवादों में शामिल रहे लोगों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। सभी विवादित स्थलों और विवादों की फोटोग्राफी कराई जाएगी, जिससे लोगों का झूठ आसानी से पकड़ा जा सकेगा। खटेटा मामले में धर्मगुरु की गिरफ्तारी के लिए भी कोर्ट से वारंट जारी कराया जाएगा।
नंबरों से निकाले जा रहे एड्रेस वहीं मीरा की पैठ के मामले में सभी वारंटियों को जेल भेजा जाएगा। पुलिस की कार्रवाई में ढील नहीं बरती जाएगी। वहीं मीरा की पैठ के मामले में पुलिस ने कई खुराफातियों के नंबर कलेक्ट किए गए हैं। इन नंबरों के आधार पर उनके एड्रेस निकाले जा रहे हैं। इसके लिए सभी मोबाइल कंपनियों से सर्विलांस सेल ने एड्रेस मांगे हैं।