भारतीय स्थानीय शासन प्रणाली-तीन स्तर पर चलती है. ग्राम स्तर ब्लॉक स्तर एवम जिला स्तर ।प्रत्येक स्तर पर हर एक की अलग अलग आवश्यकताएं हैं. महिलाएं समाज का निर्माण करने वाली होती है तथा महिलाओं की वर्तमान आवश्यकताएं इस योजना के द्वारा पूर्ण की जा सकती हैं.

बरेली(ब्यूरो)। पंचायती राज्य के सुदृढ़ीकरण में महिलाओं की भूमिका विषयक व्याख्यान महात्मा ज्योतिबाफुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में मिशन शक्ति के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में विभागाध्यक्ष एवम संकायाध्यक्ष प्रो। नलिनी श्रीवास्तव ने कहा कि इसका उद्देश्य महिलाओं में जागरूकता, सुरक्षा, समानता की भावना, स्वावलंबन एवं सम्मान दिलाना है। इस योजना के अंतर्गत महिला सुरक्षा, काउंसलिंग सेशन, मार्शल आर्ट प्रशिक्षण, लैंगिक समानता तथा स्वास्थ्य एवं शिक्षा संबंधी कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना है।

सशक्त बनाने पर जोर
मुख्य वक्ता समाजसेवी डॉ। मंजुला सिंह रहीं, उन्होंने बताया कि भारतीय स्थानीय शासन प्रणाली-तीन स्तर पर चलती है। ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर एवम जिला स्तर ।प्रत्येक स्तर पर हर एक की अलग अलग आवश्यकताएं हैं। महिलाएं समाज का निर्माण करने वाली होती है तथा महिलाओं की वर्तमान आवश्यकताएं इस योजना के द्वारा पूर्ण की जा सकती हैं।

भागदारी हो सुनिश्चित
महिला सशक्तिकरण के उपायों के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि कर लगाने के व्यापक अधिकार दिए जाने चाहिए। उस में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। महिलाओं को मानसिक रूप से सशक्त होना चाहिए, तथा कंफर्ट जोन से बाहर निकलना चाहिए। पंचायतों में महिलाओं की भागीदारी होनी चाहिए। ग्रामसभा स्तर अधिक से अधिक महिलाओं का आपस में जुडक़र स्वयं सहायता समूह बनाना चाहिए। समाज की महिलाओं को जागरूक होना चाहिए तथा शिक्षा, स्वास्थ्य व साफ सफाई संबंधी जानकारी दी जानी चाहिए। कार्यक्रम की संयोजक डॉ। प्रतिभा सागर , सहसंयोजक डॉ। ज्योति पांडेय रही। कार्यक्रम में डॉ। एके सिंह, डॉ। अजय त्रिवेदी, डॉ। मीनाक्षी द्विवेदी, डॉ। रामबाबू सिंह, डॉ। विमल का विशेष सहयोग रहा।

Posted By: Inextlive