नादान उम्र, प्यार का फितूर
-प्यार के फेर में बहक रहे कदम, हो रहे अपनों से दूर
बरेली : बचपन से लाड प्यार से पालन पोषण के बाद किशोरावस्था में एक छोटी से गलती उन्हें अपनों से दूर करने पर मजबूर कर देती है। अब इसे परवरिश में कमी कहें या फिर बच्चों में संस्कारों की कमी जो किशोरावस्था में आजकल कुछ ज्यादा ही देखने का मिल रही है। जी हाँ हम बात कर रहे हैं उन किशोर और किशोरियों की जो फ्यूचर सवांरने की उम्र में प्यार की गलती कर बैठते हैं। इतना ही नहीं कई ऐसे बच्चे हैं जो प्यार में अपने ही मां-बाप के अगेंस्ट तक जाने से नहीं चूक रहे हैं और घर परिवार तक छोड़ दे रहे हैं। इसमें ज्यादातर ऐसी किशोरियां हैं जिनके पेरेंट्स उन्हें अच्छा बनाने के लिए प्रयास करते है लेकिन वह रास्ता भटक कर अपना प्यार को सबकुछ समझ बैठती है। ट्यूजडे को सीडब्ल्यूसी में कुछ इसी तरह के केसेस पहुंचे। जिन्हें सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट डॉ। डीएन शर्मा और सदस्य कंचन सक्सेना ने किशोरियों की काउंसलिंग के बाद उनकी मर्जी के मुताबिक नारी निकेतन या उनके मां-बाप के साथ भेजा। आईए हम बताते हैं कुछ केसेस के बारे में
घर आने वाले युवक से हुआ प्यारबहेड़ी के एक गांव की एक 17 वर्षीय किशोरी पड़ोसी गांव के प्रेमी के साथ चली गई थी। मामले की परिजनों ने 11 मई को बहेड़ी थाने में पड़ोसी गांव के आसिफ पर एफआईआर कराई। पुलिस ने 23 मई को प्रेमी आसिफ और किशोरी को बरामद कर लिया। 25 मई को दोनों का पुलिस ने सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जहां किशोरी ने घर वालों के साथ जाने से मना कर दिया। किशोरी का कहना था कि वह वह प्रेमी के साथ रहना चाहती है। वह प्रेमी से निकाह भी कर चुकी है और अब वह नारी निकेतन में रहकर एक वर्ष दो माह गुजार लेगी, तब तक वह बालिग हो जाएगी और फिर प्रेमी के साथ चली जाएगी, लेकिन मां-बाप के साथ घर नहीं जाएगी। क्योंकि घर जाने से किशोरी ने खुद की जान का खतरा बताया। इसके बाद सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद उसे नारी निकेतन भेज दिया गया।
8 माह पहले हुआ प्यारबिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र की 14 वर्षीय किशोरी 8वीं पास है। किशोरी के मां-बाप ने उसे एक साल पहले नानी के घर पर कुछ दिन रहने के लिए भेज दिया। आठ माह पहले ननिहाल में रहने वाले अखिलेश से मुलाकात हुई। दोनों में प्यार परवान चढ़ा तो कुछ दिन पहले दोनों घर से भाग निकले। अखिलेश किशोरी को लेकर पहले पांच दिन हरिद्वार और फिर देहरादून में रहा। मामले की एफआईआर 11 मई को किशोरी के परिजनों ने दर्ज कराई तो पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। 25 मई को पुलिस ने किशोरी को सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। काउंसिलिंग के बाद किशोरी अपने मां-बाप के साथ चली गई। हालांकि पहले किशोरी नारी निकेतन जाने की ही जिद पर अड़ी थी लेकिन बाद में मान गई।
10 जुलाई को हो जाऊंगी बालिगफरीदपुर के मोहल्ला फर्रखपुर निवासी एक 17 वर्ष 10 माह की किशोरी को अपने पड़ोस के रहने वाले शिवम यादव से प्यार हो गया। घर वालों को जब दोनों के प्यार की जानकारी हुई तो उन्होंने किशोरी को उसकी बहन के घर किला थाना क्षेत्र में भेज दिया। किशोरी ने बताया कि वह 12वीं पास है, उसकी बहन अपने देवर के साथ शादी कराना चाहती थी लेकिन वह प्रेमी के साथ शादी करना चाहती थी। इसी बात पर उसके बहन-बहनोई ने उसकी पिटाई की तो उसने अपने प्रेमी को कॉल की और दोनों घर से भाग गए। एक माह पहले किशोरी के परिजनों ने एफआईआर दर्ज कराई तो पुलिस ने दोनों को बरामद कर लिया, लेकिन तब तक किशोरी ने प्रेमी से देहरादून में मंदिर और फिर कोर्ट मैरिज कर ली। किशोरी का कहना है कि उसे बालिग होने में अब एक माह बचा है और उसे नारी निकेतन भेज दिया जाए। मां-बाप के साथ नहीं जाएगी। हालांकि बाद में घर वालों ने एक माह बाद किशोरी की मर्जी से शादी कराने की बात लिखकर दी तब कहीं वह अपने मां-बाप के साथ घर गई।