‘विकास’ की लेटलतीफी बिजनेस पर भारी
(बरेली ब्यूरो)। शहर को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने के लिए योजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है, लेकिन विकास की दौड़ में जिम्मेदारों ने बरेलियंस की सेफ्टी तक को ताक पर रख दिया है। नालों के निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों की लगातार अनदेखी की जा रही है। इतना ही नहीं बेतरतीब हो रहे विकास कार्यों से शहर में बिजनेस पर भी ब्रेक सा लग गया है। सिविल लाइंस एरिया में कारोबारियों को अपनी शॉप और शोरूम खोलना तक मुश्किल हो गया है। वहीं सडक़ की खोदाई कर दिए जाने से कस्टमर्स भी शॉप पर पहुंचने से कतरा रहे हैं। ऐसे में कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। कारोबारियों और अन्य लोगों को हो रही दिक्कतों को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने रियलिटी चेक किया तो स्थिति काफी दयनीय नजर आई
सीन-1, पटेल चौक से चौकी चौराहा रोड
इस रोड पर सडक़ के दोनों ओर इलेक्ट्रॉनिक्स के कई बड़े शोरूम हैं। नाला निर्माण के कारण यहां लोगों को दुकान खोलना मुश्किल हो गया है। रोजाना लोग यहां के नाले के गड्ढे में गिरते रहतेे हैैं। साथ ही मिट्टïी का बेतरतीब तरीके से ढेर लगा रखा है। जिससे राहगीरों को दिक्कत हो रही है।
सीन-2, पटेल चौक से चौपुला रोड
इस सडक़ को पहले भी खोदा जा चुका है। अब सडक़ चौड़ीकरण के नाम पर बनी बनाई सडक़ को फिर से खोद दिया है। जेसीबी से खोदाई के दौरान पानी की लाइन फट जाने से सडक़ तालाब में तब्दील हो गई है। लोगों को यहां से निकलना भी दूभर हो गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार नाले के निर्माण के लिए जिम्मेदारों ने लंबे समय से सडक़ को खोद रखा है। अब लोगों को दुकान से बाहर जाने में भी समस्या हो रही है। टाईम से नाले के निर्माण कार्य को करना चाहिए था। नगर निगम की लेटलतीफी के चलते काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही हैं। शहर के कई एरिया में नाला निर्माण के लिए सडक़ों की खोदाई कर दी गई है, जिससे दुकानदारी पर भी बुरा असर पड़ रहा है। स्थानीय लोगों की माने तो नए नाले के निर्माण की कोई आवश्यकता नहीं है। पास ही बहुत पुराना 10 फुट गहरा नाला है उसको ही साफ करके शुरू किया जा सकता है.
सेफ्टी को किया दरकिनार
शहर के मुख्य मार्गो में से एक होने की वजह से पटेल चौक से चौकी चौराहा रोड से लगातार लोगों का निकलना होता है। यहां नाला निर्माण के लिए सडक़ की खोदाई कर दी गई है, लेकिन कोई भी चेतावनी और बैरिकेडिंग नहीं लगा रखा है। स्थानीय लोगों के अलावा रास्ते से गुजरने वाले लोगों को भी इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है।
कई हो चुके घायल
स्थानीय लोगों के मुताबिक नाले की खोदाई लंबे समय से की गई है। लेकिन कार्य को तेजी और सावधानी से करने पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां नाला निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरकर कई लोग घायल हो चुके हैं। नाले के किनारे की मिट्टïी बारिश में बहकर रोड पर आ जाने से दुपहिया वाहन सवार कई बार फिसलकर घायल हो जाते हैैं।
वर्जन
नाला निर्माण में देर लगने से बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राहगीरों के सुरक्षित निकास के लिए नाले के किनारे कोई भी सेफ्टी बैरियर नहीं लगा हुआ है। लोगों को दुकानों में आने में दिक्कत हो रही है। जिम्मेदारों को जल्द से जल्द नाले का कार्य पूरा करना चाहिए।
-हरीश, व्यापारी
दुकानों के आगे नाला निर्माण के लिए खोदाई हुए लंबा समय हो गया है, लेकिन अब तक काम पूरा नहीं कराया गया है। दुकान का कर्मचारी भी गड्ढे में गिरकर घायल हो चुका है। नाले बनने से शहर का विकास तो हो रहा है लेकिन देर से बनने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
-रोहित, व्यापारी
स्मार्ट सिटी के जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। शहर में जगह-जगह नाले के लिए गड्ढे खोद दिए गए हैं, जिससे लोगों को रास्ते से निकलने में दिक्कत हो रही है। सडक़ खोदने के बाद किसी तरह का कोई साइन बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। जिससे लोग नाले में गिरकर घायल हो रहे हैैं।
-आसिम, व्यापारी शहर के निर्माण में ज्यादा देरी होने से आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों के घरों के आगे गड्ढा खोदने के बाद निकलने का अस्थाई प्रबंध भी नहीं किया गया है। कार्य में गति लाने की भी आवश्यकता है।
-राजीव, व्यापारी नाले के पानी की वजह से ग्राहकों की संख्या में कमी आई है। लेकिन जिम्मेदारों द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। कार्य को समय से कंप्लीट करने की आवश्यकता है।
-मुजीब, व्यापारी
कार्य में तेजी लानी होगी साथ ही लोगों की सेफ्टी का भी ख्याल रखना होगा। सीवर लाइन फटने से रास्ते से गुजरना भी मुश्किल हो गया है। सडक़ लबालब भर गई है।
-राजेंद्र, व्यापारी
-भूपेश कुमार सिंह, महाप्रबंधक, स्मार्ट सिटी