जलसे की सजावट टूटने से बहेड़ी में हुआ बवाल
-भीड़ को हटाने में पुलिस ने की हवाई फायरिंग, भांजी लाठी
-लापरवाही पर तीन एचपीसी और सिपाही पर एसएसपी को भेजी रिपोर्ट बहेड़ी: ईद मिलादुन्नबी पर हुई सजावट बेकाबू ट्रक से क्या खराब हुई, बवाल मच गया। नाराज लोगों ने जुलूस निकालने से इंकार कर दिया। तो मान-मनौव्वल को पहुंची अधिकारी के गार्ड को आक्रोशित भीड़ ने पीट दिया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को हवाई फायर करना पड़ गया। मामला तूल पकड़ता देख मौके पर एडीएम (ई) अरुण कुमार यादव और एसपी देहात बृजेश श्रीवास्तव पहुंच गए। काफी देर तक बातचीत का दौर चला। करीब ढाई घंटे बाद जुलूस-ए-मोहम्मदी निकला। लापरवाही बरतने पर तीन एचसीपी और दो सिपाहियों के खिलाफ एसएसपी को रिपोर्ट भेज दी गई। रात में चल रहा था जलसासैटरडे रात करीब 1:30 बजे नैनीताल रोड पर जलसा चल रहा था। माथुर रोड तिराहे से दुर्गा गली मोड़ तक सजावट की गई थी। अचानक एक ट्रक बाईपास तिराहे से कस्बे में आ गया। लोगों के रोकने केबावजूद चालक सजावट तोड़ता हुआ अंदर घुस गया। अंजुमन के लोगों ने वहां पास में ही खड़ी पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पीछा किया लेकिन ट्रक चालक भागने निकला।
पथराव पर पुलिस ने की हवाई फायरिंगसूचना मिलते ही एसडीएम रामेश्वर नाथ तिवारी व सीओ डा। अरुण कुमार यादव मौके पर पहुंच गए और उन्होंने ट्रक पकड़ने के निर्देश दिए। खराब हुई सजावट का जायजा लिया। ट्रक चालक और वाहन नहीं मिला तो अंजुमन खुददामुल औलिया सहित कई अंजुमनों ने जुलूस निकालने से इंकार कर दिया। एसडीएम, सीओ, तहसीलदार एके उपाध्याय ने लोगों से बात की। इस दौरान सपा विधायक नसीमुर्रहमान, मुहम्मद आरिफ, सलीक कातिब, नवाब राशिद खां आदि मौजूद थे। बातचीत के बाद जुलूस निकालने पर वह लोग मांग गए।
भीड़ ने लगाया मुर्दाबाद का नारा भीड़ ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए तहसीलदार के गार्ड की पिटाई कर दी और पुलिस पर कुर्सियां फेंकने लगे। सीओ की गाड़ी पर पथराव भी किया। भीड़ कोबेकाबू होने पर वहां मौजूद पुलिस बल को लाठियां भांजनी पड़ी। वहीं भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सीओ ने रिवाल्वर निकाल ली। फिर पुलिस कर्मियों को हवाई फायर करना पड़ा। गुस्साए लोगों ने घेरा थानाभीड़ ने थाने को घेर लिया और ट्रक और उसके चालक को पकड़ने की मांग करने लगे। प्रशासन ने अंजुमन के लोगों को समझा-बुझाकर जुलूस रवाना कराया तो वहां भीड़ में मौजूद कुछ युवकों ने जुलूस रोक दिया। प्रशासन ने उलमा से बातचीत की। इसके बाद जुलूस आगे बढ़ा। बवाल के चलते 8 बजे से निकलने वाला जुलूस करीब 11:30 बजे निकला। जुलूस खत्म होने के प्रशासन ने राहत की सांस ली।