सिम ब्लॉक होने के नाम पर रिटायर्ड बैंक मैनेजर से लाखों की ठगी
- रीचार्ज खत्म होने की बात कहकर डराया, फिर एप डाउनलोड कराकर बैंक खाते से उड़ाए रुपये
बरेली। सिम कार्ड ब्लॉक हो जाने का डर दिखाकर एक रिटायर्ड बैंक मैनेजर से साइबर ठगों ने लाखों रुपये हड़प लिए। पीडि़त ने मामले की शिकायत पुलिस से की तो उन्हें कोतवाली, साइबर सेल और साइबर थाने के चक्कर लगवाए जाने लगे। पीडि़त ने मामले की शिकायत जब अधिकारियों से करने की बात कही तो उन्हें मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। ऐसे लिए झांसे मेंकोतवाली क्षेत्र के आलमगिरीगंज निवासी राजकुमार खंडेलवाल ने बताया कि वह एसबीआई बैंक में ब्रांच मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। बताया कि 13 अप्रैल को उनके मोबाइल पर सिम ब्लॉक होने का एक मैसेज आया और फिर 14 अप्रैल को एक अंजान युवक ने फोन करके बताया कि रिचार्ज न होने के कारण उनके सिम को ब्लॉक किया जा रहा है। इस पर उन्होंने सिम चालू रखने के लिए दस रुपये का रीचार्ज कराने की भी बात कही। जिसके बाद उन्होंने रिचार्ज भी कर लिया।
डाउनलोड कराई एपपीडि़त के मुताबिक इसी दौरान फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने बुजुर्ग पीडि़त से कहा कि सिम को एक्टिवेट रखने के लिये क्विक सपोर्ट एप डालनलोड करनी होगी। आरोप है कि एप डाउनलोड करते ही पीडि़त राजकुमार खंडेलवाल के खाते से दो बार में दो लाख 90 हजार रुपये कट गये। वह फोन पर कुछ कह पाते, इससे पहले ही कॉल भी डिसकनेक्ट हो गई। उन्होंने मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की तो उन्हें साईबर सेल भेज दिया गया। इसके बाद वहां से भी बुजुर्ग को एक लाख रुपये से अधिक का मामला होने की बात कह कर टालते हुए साईबर थाने जाने को कहा। जिसके बाद उसकी वहां भी उनकी नहीं सुनी गई। अब कोतवाली पुलिस ने मामले में उन्हें जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।