सेंट्रल जेल से फरार हत्यारे हरपाल को इज्ज्तनगर पुलिस ने मुठभेड़ में सोमवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया. हत्यारे को पकडऩे पहुंची टीम पर हरपाल ने अदलखिया जंगल से फायङ्क्षरग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायङ्क्षरग की जिसमें एक गोली हरपाल के सीधे पैर में लगी. घायल होने के बाद उसे पकड़ लिया गया. इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


बरेली (ब्यूरो)। सेंट्रल जेल से फरार हत्यारे हरपाल को इज्ज्तनगर पुलिस ने मुठभेड़ में सोमवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। हत्यारे को पकडऩे पहुंची टीम पर हरपाल ने अदलखिया जंगल से फायङ्क्षरग शुरू कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायङ्क्षरग की जिसमें एक गोली हरपाल के सीधे पैर में लगी। घायल होने के बाद उसे पकड़ लिया गया। इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

10 अक्टूबर की घटना
मूलरूप से फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव का रहने वाले हरपाल को पिछले वर्ष आजीवन कारावास की सजा हुई थी। इसके बाद उसे 2023 में दो जुलाई को सेंट्रल जेल भेजा गया था। हरपाल ने वर्ष 2017 में ङ्क्षलटर डालने पर हुए एक विवाद में अपने साथियों गिरीश व रघुवर के साथ मिलकर सोनपाल की गोली मारकर हत्या की थी। जेल पहुंचने के बाद उससे कृषि कार्य कराया जाने लगा। हर दिन की तरह 10 अक्टूबर को उसे कृषि कार्य के लिए जेल से बाहर लाया गया। मौका देखकर शाम करीब चार बजे वह फरार हो गया। इज्जतनगर थाने में हरपाल समेत जेल वार्डर अजय कुमार प्रथम, कृषि सुपरवाइजर अनिल कुमार व फार्म लिपिक धर्मेंद्र कुमार के विरुद्ध भी प्राथमिकी लिखी गई। क्योंकि जिस दिन वह फरार हुआ उस दिन ड्यूटी पर इन्हीं लोगों की जिम्मेदारी थी।

25 हजार का था इनामी

प्राथमिकी लिखने के बाद पुलिस ने आरोपित को तलाश करना शुरू किया। जब नहीं मिला तो रविवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने हरपाल पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। इसके बाद एसओजी और पुलिस की टीमें उसकी गिरफ्तारी के लिए और तेजी से जुट गईं। सोमवार देर शाम इज्जतनगर पुलिस को सूचना मिली कि फरार हत्यारा अहलादपुर चौकी क्षेत्र में अदलखिया जंगल में है। पुलिस जब उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो हरपाल ने भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा किया तो उसने पुलिस टीम पर फायङ्क्षरग शुरू कर दी। पुलिसकर्मियों ने खुद को बचाते हुए हत्यारे पर फायङ्क्षरग की तो एक गोली उसके सीधे पैर में लगी। जिससे वह मौके पर गिर गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। हत्यारे के पास से पुलिस ने एक मोटर साइकिल, एक तमंचा, एक खोखा कारतूस, एक ङ्क्षजदा कारतूस आदि बरामद किए। घायल हरपाल को पुलिस ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। उसके ठीक होने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा।

पत्नी की भूमिका भी संदिग्ध
इस पूरे प्रकरण में हरपाल की पत्नी नगीना देवी की भी भूमिका पुलिस को संदिग्ध लग रही है। वह थाना कैंट के ग्रास मंडी में अपनच् चार बच्चों के साथ रह रही थी। जब से हरपाल जेल से फरार हुआ था। तब से उसकी पत्नी फरार हो गई। इसलिए पुलिस को उसकी भूमिका भी संदिग्ध लगी है। पुलिस अब उसकी भी तलाश कर रही है। हालांकि अभी तक वह पकड़ में नहीं आई है।


रमेंद्र की भी तलाश
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्यारे हरपाल की मदद उसका एक साथी रमेंद्र पाल भी कर रहा था। वह मूल रूप से बदायूं के थाना दातागंज के हाफिजगंज निवासी है। वर्तमान में वह थाना कैंट के ग्रास मंडी में रहा है। वह भी घटना के बाद फरार हो गया। पुलिस उसकी भी तलाश में जुटी है। बताया जा रहा है कि, उसकी कई बार उससे बातचीत भी हुई थी। जेल में भी उसका आना जाना लगा हुआ था।


जेल वार्डर हो चुका निलंबित
जिस दिन हत्यारा हरपाल जेल से फरार हुआ था। उस दिन जेल से कृषि कार्य के लिए अन्य करीब 40 बंदी और कैदियों को भी निकाला गया था। हरपाल की निगरानी के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदारी जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) की थी। इसलिए घटना के बाद जेल प्रबंधन ने सबसे पहले उसे निलंबित किया। उसके विरुद्ध विभागीय जांच भी शुरू कर दी। इसके बाद शासन ने भी पूरे प्रकरण में विस्तृत रिपोर्ट तलब कर ली जो जेल प्रबंधन तैयार करके भेज रहा है।


इज्ज्तनगर पुलिस को हरपाल के जंगल में होने की सूचना मिली थी। टीम उसे गिरफ्तार करने पहुंची तो हरपाल ने पुलिस टीम पर ही फायङ्क्षरग कर दी। आत्मरक्षा में पुलिस ने फायर किया जो हरपाल के पैर में लगा। जिला अस्पताल में इलाज के लिए उसे भर्ती कराया गया है।
-- अनुराग आर्य, एसएसपी।

Posted By: Inextlive