एक बच्चे से दूसरे बच्चे में न्यूनतम करीब तीन साल का रखें अंतर
छोटा परिवार, सुखी परिवार
परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ। हरपाल सिंह ने कहा कि खुशहाल परिवार दिवस पर नव दंपति और वह योग्य दंपति जिनके तीन या तीन से अधिक बच्चे हैं। जिनका पूरा परिवार हो गया है एवं छोटे बच्चे की आयु एक वर्ष पूर्ण हो गई है, उनको परिवार नियोजन की सेवाओं से जोडऩा है। जिससे वह अपना परिवार के आकार को अपनी सुविधानुसार और इच्छानुसार नियंत्रित कर सकें।
किट में यह होता है शामिल
यूपी टीएसयू के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ अरुण पांडे ने बताया शगुन के इस किट में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक पत्र भी होता है, जिसमें परिवार नियोजन के फायदों के बारे में लिखा होता है। इस पत्र का उद्देश्य नवविवाहित दंपति को जनसंख्या नियंत्रण के लिए सचेत करने के साथ दो बच्चों तक ही परिवार को सीमित रखने के लिए प्रोत्साहित करना है। डिस्टिक फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर मोहम्मद कमर उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी में तीन हजार रुपए और महिला को नसबंदी कराने पर दो हजार रुपए दिए जाते हैं।
करेली की सीएचसी प्रभारी डॉ। शुुचिता गंगवार ने खुशहाल दिवस पर आई लाभार्थियों को बताया कि एक बच्चे से दूसरे बच्चे में न्यूनतम करीब तीन साल का अंतर होना चाहिए। इससे मां का शरीर पूरी तरह से तैयार हो जाए और बच्चा भी स्वस्थ पैदा हो। - कॉपर टी लगवाकर पांच साल के लिए बच्चा होने से रोका जा सकता है। जब बच्चा चाहे तो कॉपर टी निकलवाकर गर्भधारण आसानी से किया जा सकता है।
- बच्चों में अंतर बनाए रखने के लिए अंतरा इंजेक्शन का प्रयोग किया जा सकता है। यह इंजेक्शन महिला को हर तीन महीने पर लेना होता है।
- माला एन गोली का प्रयोग किया जाता है, जो कि महिला को रोज खाने होती है।
-इनके अलावा अन्य उपायों से भी परिवार नियोजन किया जा सकता है