Bareilly: लूट डकैती स्नैचिंग और मर्डर की बढ़ी वारदातों से बरेलियंस खुद को इनसिक्योर फील करने लगे हैं. सरेआम क्रिमिनल्स वारदात को अंजाम देकर बेफिक्री से फरार हो जाते हैं. पुलिस है कि बस लकीर पीटती रहती है. जिस तरह से सिटी में क्राइम का ग्राफ अचानक बढ़ा है उससे बरेलियंस के जेहन में एक ही सवाल बार-बार कौंध रहा है कि आखिर हमारी पुलिस कर क्या रही है. क्रिमिनल्स क्यों बेखौफ हो गए हैं. इसी का जवाब खोजने के लिए वेडनसडे को आई नेक्स्ट ने शहर के प्रमुख चेक प्वाइंट का दौरा किया तो चौंकाने वाले हालात दिखे.


ऐसी चौकसी, तभी तो क्रिमिनल्स की है चांदी!Bareilly: वेडनसडे को शहर में पुलिसिंग का जायजा लेने पर चौकसी की फिर पोल खुली। चाहे पुलिस हेल्प सेंटर हों या डिफरेंट प्वाइंट पर लगने वाले पिकेट, अधिकांश जगहों पर पुलिस के जवानों के दर्शन नहीं हुए। कई जगहों पर होमगार्ड तो दिखे लेकिन वह भी ड्यूटी से परे हटकर आराम फरमा रहे थे।11:30 am सैटेलाइट चौराहाफायदा दिखे तभी रोकते हैं वाहन


चेकिंग के लिए पुलिस हेल्प सेंटर बनने के साथ ही यहां पिकेट भी लगती है। पिकेट में इस्तेमाल होने वाले बैरियर साइड में पड़े दिखे। हेल्प सेंटर पर कांस्टेबल राकेश कुमार व एक होमगार्ड तैनात थे। दोनों आने-जाने वाले व्हीकल्स पर नजर रखने की बजाय गपशप में मशगूल दिखे। कैमरे का फ्लैश चमकते ही कांस्टेबल ने सवाल दागा कि खबर बना रहे हो। आई नेक्स्ट से चौकसी की पड़ताल का जवाब सुनकर कांस्टेबल ने कहा कि रात में 6 से 8 बजे तक चेकिंग की जाती है लेकिन प्वाइंट चेंज कर दिए जाते हैं। 11:45am सुरेश शर्मा नगर चौराहाHelp center खालीपीलीभीत रोड का मेन चौराहा, शहर के भीड़-भाड़ वाले एरिया को जोड़ता है। यहां पर पुलिस हेल्प सेंटर बना है। लेकिन पिकेट लगाने के लिए बैरियर नहीं है। हेल्प सेंटर भी खाली पड़ा दिखा।

11:50am संजय नगर वाईपाससाहब लंच पर गए हैं!यहां पुलिस द्वारा पिकेट लगाई जाती हैं। पिकेट लगाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बैरियर रोड की साइड में पड़े दिखे। इसके अलावा दो होमगार्ड पेड़ के नीचे कुर्सी पर बैठकर आराम फरमा रहे थे। होमगार्ड से कांस्टेबल की डयूटी के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि 11 बजे तक प्रकाश बाबू की डयूटी थी वो चले गए। उसके बाद किसकी डयूटी है नहीं पता। एक ने कहा कि हो सकता है साहब कहीं खाना खाने चले गए हों इसलिए ना पहुंचे हों। 12:21pm डीडीपुरम होमगार्ड के भरोसे securityडीडीपुरम चौराहा पर पुलिस हेल्प सेंटर बने हैं लेकिन हेल्प सेंटर पर पुलिस तैनात नहीं रहती है। यहां सड़क पर पिकेट तक नजर नहीं आयी। दो होमगार्ड कुर्सी पर बैठकर आपस में गप्पे मारते जरूर दिखे। खास बात यह कि ये एरिया प्रेमनगर थाना अंतर्गत आता है जहां पर चेन स्नेचिंग की सबसे ज्यादा वारदातें सामने आती हैं। 1:10pm अयूब खां चौराहाचालान कट जाए बस

अयूब खां चौराहा के पास हनुमान मंदिर से जुलूस कुछ देर पहले ही रवाना किया गया था। इसी के चलते यहां पर कोतवाली की तरफ जाने वाले रास्ते पर बैरियर लगाए गए हुए थे। बैरियर के आगे ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ जिप्सी खड़ी करके चालान काटते नजर आए। 12:46pm ईंट पजाया चौराहाBike से उतरिए जनाबयहां पर पुलिस बैरियर तो रोड पर रखे हुए थे लेकिन कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं था। एक होमगार्ड अपनी बाइक पर बैठकर ड्यूटी निभा रहा था। होमगार्ड से जब कांस्टेबल की डयूटी के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि उसे नहीं पता कि यहां पर किसकी डयूटी है। यहां पर टै्रफिक पुलिसकर्मी की डयूटी लगती है। उसने बताया कि कुछ देर पहले ही जाम लगा था तो उसने जाम खुलवाने का प्रयास किया था लेकिन बड़ी-बड़ी गाडिय़ों में बैठे लोग होमगार्ड समझकर उससे ही झगड़ा करने लगे। 12:42 हजियापुर श्मशान घाट तिराहाबदमाशों का रास्ताप्रेमनगर से वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश इसी रास्ते से भागने में कामयाब होते हैं। यहां पर चेकिंग के लिए बैरियर तो हैं लेकिन साइड में ही पड़े दिखे। इसके अलावा यहां पर भी कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आया। सवाल उठता है सब कुछ पता होते हुए यहां हालात क्यों नहीं सुधारे जा रहे।1:00pm श्यामगंज चौराहाकहीं धूप न लग जाए
श्यामगंज चौराहे पर भारी संख्या में वाहनों की भीड़ थी। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की होमगार्डस के साथ डयूटी लगी हुई थी लेकिन पुलिसकर्मी वाहनों को निकलवाने की वजाय साइड में पेड़ की छांव में गपशप करते नजर आए।12:03 डेलापीर बाईपासखोजने पर भी नहीं मिले जवाननैनीताल रोड को जोडऩे वाले डेलापीर बाईपास के तिराहे पर पुलिस हेल्प सेंटर तो बना है लेकिन कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां कभी-कभार ही कोई पुलिस वाला नजर आता है। 12:11pm पुलिस चौकी डेलापीरDuty पर हैं जवानप्रेमनगर व बारादरी को जाने वाले रास्ते पर पुलिस चौकी डेलापीर है। चौकी के पास पिकेट लगती है। चौकी पर सिर्फ कांस्टेबल गणेश कुमार नजर आए। गणेश से जब पिकेट व चेकिंग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चेकिंग की जाती है लेकिन प्वाइंट चेंज होते रहते हैं। लगातार वारदात होने से अन्य पुलिसकर्मी मोबाइल ड्यूटी पर रहते हैं। क्राइम कंट्रोल के लिए इंतजाम 10 थाने   37 चौकी   32 चीता मोबाइल बाइक 5 रक्षक जिप्सी  10 मोबाइल वैन 4 सर्किल ऑफीसर3 हजार से ज्यादा पुलिस जवान जिले मेंलापरवाहों पर होगी कार्रवाई
अगर पिकेट से पुलिसकर्मी नदारद रहे हैं तो यह एक गंभीर मामला है। लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। मैंने शुरुआत में औचक निरीक्षण किया था। भविष्य में औचक निरीक्षण कर शहर के हालात का जायजा लिया जाएगा। - एल वी एंटनी देवकुमार, डीआईजी, बरेली रेंज जांच के बाद होगा एक्शनशहर के अधिकांश फोर्स को जुलूस में लगाया गया था। पिकेट पर जरूरत के हिसाब से पुलिसकर्मी तैनात किए जाते हैं। अगर ड्यूटी होने के बावजूद पुलिसकर्मी नदारद रहे तो उनके खिलाफ जांच के बाद एक्शन लिया जाएगा। - शिव सागर सिंह, एसपी सिटी, बरेलीReport by: Anil Kumar

Posted By: Inextlive