जरा संभलकर... इस रोड पर बहुत गड्ढे हैैं
बदायंू रोड पर नाला निर्माण जल निगम की ओर से कराया जा रहा है। जल निगम (सीएनडीएस) के अवर अभियंता हिमांशु सक्सेना ने बताया निगम की ओर से साढ़े ग्यारह सौ मीटर नाला शुरु कर दिया गया है। वहीं तीन सौ मीटर नालों को भी जल्द शुरु कर दिया जाएगा। जल निगम की वजह से हाइवे पर जलभराव नहीं हो रहा है।
14 जून को पहुंची थी कमिश्नर
बदायूं रोड पर 14 जून को कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे ने निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने नाला व सडक़ के कार्य की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए थे। साथ ही दोबारा निरीक्षण की चेतावनी दी थी। सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी इस रोड का कुछ हाल नहीं बदला है, पहले की तरह हाइवे व गली मोहल्ले जलमग्न हैैं। साथ ही लोगों को गड्ढों में गिरना भी बदस्तूर जारी है। कमिश्नर निरीक्षण के दौरान बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह ने उन्हें जानकारी दी थी, कि इस रोड पर एक तरफ बीडीए व दूसरी ओर जल निगम नाला निर्माण कर रहा है। जल निगम ने पुराने नाले का पानी रोक दिया था। इसलिए जलभराव की समस्या हो रही है। इस पर कमिश्नर ने 28 जून तक निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे। साथ ही बीडीए वीसी से गड्ढों को भरवाने को कहा था।
थर्सडे को बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह व नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने टीम के साथ बदायंू रोड का निरीक्षण किया था। जहां उन्होंने संबंधित को कार्य को तेजी से करने के निर्देश दिए। साथ ही नाला निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया।
नहीं भरे गड्ढे
कमिश्नर द्वारा बदायंू रोड के गड्ढे भरने का निर्देश देने के बावजूद भी रोड गड्ढायुक्त है। यहां पर पैट्रोल पंप से करगैना तक गंड्ढों की भरमार है जिस कारण रोज कई वाहन सवार गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैैं। इसके साथ ही बड़े वाहन भी गड्ढों में फंसकर पलट जाते हैैं। लेकिन पब्लिक सेफ्टी को दरकिनार कर बीडीए द्वारा सिक्स लेन का कार्य किया जा रहा है। बीडीए के निर्माणाधीन नालों में जलभराव होने से मोहल्ले के लोगों को परेशानी हो रही है।
इस रोड पर रोजाना हादसे होते रहते हैैं, जिम्मेदारों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है, पब्लिक सेफ्टी का विकास के साथ ध्यान रखना चाहिए।
-उमेश गुप्ता हाइवे पर जलभराव से गली-मोहल्लो में नाले का पानी भर रहा है। जिससे लोगों को घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। इस समस्या का समाधान होना ही चाहिए।
-महेश गुप्ता इस रोड पर बिना बारिश के इतना पानी भरा हुआ है। बरसात होने पर जलभराव की स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाएगी। बरसात से पहले इसकी मरम्मत होने से लोगों को राहत मिलेगी।
-अनिल