- नहीं मिली ज्वाइनिंग की तारीख तो शिकायत लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचे 50 बेरोजगार युवक-युवतियां

- फीमेल हॉस्पिटल के हेड क्लर्क और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के वॉर्ड ब्वाय समेत चार पर ठगी का आरोप

बरेली: तीन सौ बेड अस्पताल में रिक्त पदों पर भर्ती के नाम पर बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी के शिकार हुए बेरोजगार युवक-युवतियां फ्राइडे को शिकायत करने एसएसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल के हेड क्लर्क और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के फोर्थ क्लास इंप्लॉयज पर करोड़ों की ठगी करने का आरोप लगाया। फर्जी प्रक्रिया के दौरान धोखेबाजों ने युवक-युवतियों का मेडिकल कराकर ज्वाइनिंग लेटर तक बांट दिए थे। मामले का संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने सीओ सिटी कुल्दीप कुमार को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

कई जिलों के लोगों को ठगा

300 बेड हॉस्पिटल में चपरासी, सुपरवाइजर, कंप्यूटर ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन, ड्राइवर, जीएनएम, वार्ड आया और वार्ड ब्वॉय के कई पद रिक्त पड़े हैं। इसका फायदा उठाते हुए जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल के बाबू व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने मिलकर शहर व देहात क्षेत्रों के ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों व उत्तराखंड के बेरोजगार युवक-युवतियों तक को शिकार बनाया।

ऐसे फंसाया जाल में

पीलीभीत के थाना सुनगढ़ी के तुलाराम निवासी सोमेश कश्यप, वशीरगंज के महेश कश्यप, आकाश कश्यप व सिविल लाइंस के राहुल कश्यप ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के कुछ क्लर्कर्स से उनकी जान पहचान थी। इन्हीं लोगों ने तीन सौ बेड में जॉब लगवाने का आश्वासन दिया था। साथ ही कर्मचारियों ने बताया था कि सभी भर्तियां सीएमओ स्तर से की जाएंगी, जिनसे उनके अच्छे संबंध हैं।

इतने लोगों को ठगा

मामले में विपिन मौर्य निवासी खपरैल गौटिया पीलीभीत, दिनेश कुमार निवासी कटरा चांद खां बारादरी, डोरी लाल निवासी बिशनपुर नवाबगंज, प्रेम प्रकाश निवासी रिठौरा हाफिजगंज, संजीव कुमार, सूरज व लक्ष्मी निवासी मोहनपुर कैंट, पवन कुमार निवासी गांव लालपुर किच्छा उत्तराखंड, सुभाष, रजत व नरेंद्र निवासी फालतूनगंज बारादरी, राजेश, बाबूपाल, प्रेम नरायण व अमर निवास निवासी सिकलापुर, सुमित व अमित निवासी आजमनगर कोतवाली, सत्येंद्र कुमार व कामिनी राजपूत निवास सुनगढ़ी पीलीभीत, महेश कश्यप निवासी लालकुआं उत्तराखंड, बबलू व ताहिर मियां निवासी रोहिली टोला बारादरी, मोहम्मद फईम निवासी चनेहटा कैंट, इशहाक निवासी करेली सुभाषनगर, अकबर निवासी कांधरपुर कैंट, आदिल हसन निवासी जोगी नवादा बारादरी, इमरान निवासी एजाजनगर गौटिया, अशोक निवासी घाटमपुर भोजीपुरा, सूरज मौर्य निवासी कटरा चांद खां बारादरी, राजकुमार, रामकुमार, राजेश, सर्वेश मिश्रा व कुंदन सिंह निवासी भरतौल कैंट, प्रदीप कुमार निवासी कटरा चांद खां बारादरी, मीना कश्यप निवासी सिविल लाइंस बरेली, पूजा निवासी सिकलापुर बारादरी, अमर सिंह निवासी मसवासी थाना स्वार रामपुर, रामवीर सिंह निवासी खोड़ा कॉलोनी गाजियाबाद ने भी शिकायत की।

एडवांस में लिए लाखों रुपए

एसएसपी ऑफिस पहुंचे बेरोजगार युवक-युवतियों ने बताया कि उनसे शुरूआत में पांच-पांच लाख रुपये प्रति व्यक्ति से लिए जाने की बात हुई थी। इसके बाद जैसे-जैसे प्रक्रिया बढ़ी वह लोग रुपये देते गए। कुछ ने नकद तो कुछ ने बैंक और यूपीआई ट्रांजेक्शन भी किए। अधिकतर लोग तीन-तीन लाख रुपये बाबुओं को दे चुके हैं। उन्हें यह भी आश्वासन दिया गया था कि नौकरी ना मिल पाने की स्थिति में उनके रुपये वापस कर दिए जाएंगे।

मेडिकल हुआ, ज्वाइनिंग लेटर भी मिला

धोखाधड़ी का शिकार हुए बेरोजगार युवक-युवतियों ने बताया कि प्रक्रिया के दौरान रुपये देने के साथ ही जिला अस्पताल में ही साल 2019 में उन सभी के मेडिकल भी कराए गए थे। इसके बाद उन्हें अलग-अलग पद के ज्वाइनिंग लेटर भी दिए गए थे। लेकिन रुपये देने के एक साल बाद तक ज्वाइनिंग नहीं हुई। ठगी का शक होने पर जब वह लोग तीन सौ बेड अस्पताल पहुंचे तो जानकारी हुई तो सभी लेटर फर्जी हैं। इसके बाद उन्हें धोखाधड़ी का अहसास हुआ।

पीडि़तों ने 300 बेड अस्पताल में नौकरी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी होने का आरोप लगाया है। मामले की जांच सीओ प्रथम को दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

Posted By: Inextlive