परिजनों ने गांव के ही तीन लोगों पर लगाया था हत्या का आरोप पुलिस ने जांच की तो हत्यारोपी आया पकड़ में भेजा जेल


बरेली (ब्यूरो)। प्रेमिका से मिलने पर बाधक बने झम्मनलाल की हत्या गांव के ही करन वाल्मीकि ने की थी। जबकि परिजनों ने गांव के तीन अन्य लोगों को नामजद कराया था। पुलिस ने विवेचना में पाया कि करन वाल्मीकि घटना के बाद गांव से गायब हो था। शनिवार को नवाबगंज पुलिस ने हत्यारोपी को गांव के बाहर से गिरफ्तार सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। पुलिस ने हत्यारोपी को जेल भेज दिया है। जबकि मुकदमे में नामजद तीनों युवकों को छोड़ दिया है।

नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव बरौर निवासी झम्मनलाल पुत्र तोताराम का शव 23 अगस्त की सुबह गांव के बाहर गन्ने के खेत के पास रास्ते में पड़ा मिला था। परिजनों ने आरोप लगाया था कि घटना से एक दिन पहले गांव के ही सुनील मौर्य पुत्र ताराचन्द्र, संजीव कुमार, प्रदीप कुमार पुत्रगण खरगसैन से मोबाइल को लेकर विवाद हुआ था। जिस पर तीनों ने ही हत्या की है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

घटना के बाद से था लापता
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि करन वाल्मीकि झम्मनलाल की हत्या के बाद गांव से गायब हो गया था। जिस पर पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो सामने आया कि करन वाल्मीकि का गांव की ही एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा है। उसकी प्रेमिका का घर झम्मनलाल के घर के बराबर में ही है। पुलिस का शक और गहरा गया।

झम्मनलाल चाहता था प्रेमिका उससे करे बात
शनिवार को पुलिस ने करन वाल्मीकि को गांव के बाहर से गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो उसने झम्मनलाल की हत्या की बात कबूल करते हुए बताया कि पहले झम्मनलाल से उसकी दोस्ती थी। इसी दौरान झम्मनलाल के पड़ोस की रहने वाली युवती से उसका प्रेम-प्रसंग हो गया। लेकिन झम्मनलाल चाहता था कि उसकी प्रेमिका उससे बात करे। लेकिन, वह झम्मनलाल को पसंद नहीं करती थी। जिस पर दोनों में रंजिश हो गई।

रंगेहाथ पकडऩा चाहता था
हत्यारोपी ने पुलिस को बताया कि झम्मनलाल उसे प्रेमिका के साथ रंगेहाथ पकडऩा चाहता था। जिसके चलते उसने प्रेमिका से मिलना-जुलना काफी हद तक कम कर दिया था। उसने उसे काफी समझाया। लेकिन, झम्मनलाल ने उसकी बात नहीं मानी। जिस पर वह उसे सबक सिखाना चाहता था।

शराब के नशे में था धुत
22 अगस्त की रात झम्मनलाल शराब के नशे में धुत था। जब वह उसे मिला तो उसने झम्मनलाल को फिर से समझाया कि वह उसके प्रेम-संबंधों में बाधक न बने। नशे में होने के कारण वह उसके साथ गाली-गलौज करने लगा। गुस्से में उसने रस्सी से झम्मनलाल का गला घोंटकर मार डाला। नशे में होने के कारण वह ज्यादा विरोध भी नहीं कर पाया। हत्या के बाद शव फेंककर एक दिन के लिए गांव से फरार हो गया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त रस्सी बरामद करने के बाद जेल भेज दिया है।


गिरफ्तार करने वाली टीम
प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार काम्बोज, उपनिरीक्षक राजकुमार सिंह, कांस्टेबल जौनी कुमार, गौपाल आदि।

वर्जन
झम्मनलाल की हत्या गांव के ही करन वाल्मीकि ने प्रेम संबंधों में बाधक बनने पर की थी। हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मुकदमे में नामजद तीन अन्य छोड़ दिया गया है।
चमन सिंह चावड़ा, सीओ

Posted By: Inextlive