पांच साल में सबसे ज्यादा बरसे प्री-मानसून के बादल
रिकार्ड बारिश से उमस छूमंतर पिछले कई दिनों से एटमॉसफियर में बढ़ती ह्यूमिडिटी की वजह से होने वाली गर्मी से ट्यूजडे मॉर्निंग से हुई बरसात ने राहत दी। उमस से निजात दिलाने वाली यह बारिश पांच साल में प्री-मानसून की रिकॉर्ड बारिश रही। पूरे दिन में 57.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक मंडे को टेंप्रेचर में हुई 3.4 डिग्री की बढ़त के बाद ही लो प्रेशर में वृद्धि होनी शुरू हो गई। लो प्रेशर एरिया के बढऩे से ही यहां साइक्लोनिक सर्कुलेशन का डिप्रेशन भी कई गुना बढ़ गया। बारिश में डूबा टेंप्रेचर
ट्यूजडे को अर्ली मार्निंग शुरू हुई बारिश में बढ़ता हुआ टेंप्रेचर भी मानो डूब गया हो। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि मंडे रात से ही टेंप्रेचर में गिरावट होनी शुरू हो गई जो सुबह की बारिश के बाद तो काफी बढ़ गई। ट्यूजडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर लास्ट डे से 10 डिग्री लुढ़क कर 27 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह नॉर्मल से 12 डिग्री कम रहा। वहीं मिनिमम टेंप्रेचर में लास्ट डे से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। यह नॉर्मल से 4 डिग्री कम होकर 21.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मिली राहत तो खुश हुए बरेलियंस
ट्यूजडे मॉर्निंग से ही बारिश शुरू हो जाने से बरेलियंस ने बारिश की बूंदों का जमकर आनंद लिया। किसी ने ब्रेकफास्ट में ऑन डिमांड पकौडिय़ां बनवाईं तो किसी की नींद ही बारिश की बूंदों ने खोली। तेज गर्मी के बाद गरम मिट्टी पर पड़ी बारिश की बूंदों से उठी सोंधी सी खुशबू ने तो मानो ताजगी भर दी हो। दोपहर 1 बजे तक हुई बारिश ने जहां लोगों को घर में ही रोके रखा। हैंगआउट के लिए घर से निकलने वालों की संख्या काफी बढ़ गई थी।