खुद की बेहतर लाइफ के लिए ली ज्वैलर की जान
अफेयर और पत्नी के गहने दिखाना महंगा पड़ा ज्वैलर को
लूट के लिए प्रेमी के साथ रची थी हत्या की साजिश 15 लाख की ज्वैलरी व नगदी बरामद BAREILLY: खुद की लाइफ को बेहतर बनाने के लिए प्रेमी जोड़े ने मिलकर ज्वैलर सौरभ रस्तोगी उर्फ राजाबाबू की हत्या की थी। प्रेमिका ने ज्वैलर को अपने जाल में फंसाया और फिर लूट के लिए प्रेमी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। आसानी से ज्वैलर की जान नहीं गई तो हर तरीके से उसे मारा गया। उसके बाद लाखों की ज्वैलरी लूटकर दोनों नैनीताल में जाकर रहने लगे। वेडनसडे को पुलिस ने फतेहगंज ज्वैलर मर्डर केस का खुलासा किया। पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया है। उनके पास से 15 लाख की ज्वैलरी व 4 हजार रुपये बरामद कर लिए गए हैं। सर्विलांस की मदद से पकड़े गए2 मई की रात को फतेहगंज पश्चिमी में ज्वैलर सौरभ रस्तोगी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। वारदात के दिन ज्वैलर की पत्नी दिल्ली गई हुई थी। मौके पर पहुंची पुलिस को उस वक्त ही लग गया था कि किसी जानकार ने ही मर्डर को अंजाम दिया है क्योंकि घर में फ्रेंडली इंट्री हुई थी। आखिकार ज्वैलर के नौकर, पत्नी से पूछताछ और मुखबिर व सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम मोहम्मदपुर शेरगढ़ निवासी पूजा और उसका प्रेमी राकेश गंगवार है। पूजा इज्जतनगर स्थित विशाल कन्या डिग्री कॉलेज में बीए सेकेंड ईयर की स्टूडेंट है। वहीं राकेश बरेली कॉलेज से प्राइवेट बीए सेकेंड ईयर कर रहा है।
दोनों ने भागकर की थी शादी पूजा और राकेश का दो साल से अफेयर चल रहा था। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे लेकिन दोनों की ही दूसरी जगह शादी तय हो गई। 19 अप्रैल को दोनों ने घर से भागकर शादी कर ली और साथ रहने लगे। शादी के बाद जब खर्च बढ़ने लगे तो पूजा अपनी नानी के घर फतेहगंज पश्चिमी पहुंची। यहां पर पूजा सौरभ के घर किसी न किसी काम के बहाने से आने-जाने लगी। इस दौरान दोनों के बीच रिलेशन हो गए। पत्नी की गैर मौजूदगी में भी पूजा जाने लगी। एक दिन सौरभ ने पूजा को पत्नी को दिए गए सारी ज्वैलरी दिखाई। लाखों की ज्वैलरी देखकर पूजा के दिमाग में लूट का प्लान आ गया। उसने सौरभ से अकेले मिलने के ि1लए कहा। पत्नी के जाते ही बुलाया घर में2 मई को सौरभ की पत्नी दिल्ली चली गई तो उसने पौने 7 बजे फोन कर पूजा को अपने घर बुलाया। करीब आठ बजे पूजा सौरभ के घर पहुंची और फोन किया तो सौरभ ने उससे कहा कि दरवाजा खुला है अंदर आ जाओ। अंदर जाते वक्त पूजा अपने साथ पहले से ही नशीली गोलियां पीसकर लेकर गई थी। जब सौरभ दो ग्लास में फ्रूटी लेकर पहुंचा तो उसने चुपके से एक गिलास में नशीली दवा मिला दी और अपना ग्लास जल्दी से पी लिया। करीब 20 मिनट बाद सौरभ बेहोश हो गया। ग्यारह बजे पूजा ने राकेश को फोन कर सौरभ के घ्ार बुलाया।
मुश्किल से गई सौरभ की जानकुछ देर बाद सौरभ को होश आया तो दोनों ने उससे सेफ की चाबियां मांगी पर उसने देने से इंकार कर दिया। इस पर पूजा ने पीछे से पकड़कर उसके हाथ पैर बांध दिए। फिर से चाबी मांगने पर उसने नहीं दी तो राकेश ने उसकी कनपटी में गोली मार दी। उसके बाद भी सौरभ नहीं मरा और विरोध करता रहा तो राकेश ने एक और गोली उसकी कनपटी में मार दी। फिर पूजा ने ग्लास तोड़कर उसका गला रेत दिया। यहां तक कि सौरभ की बेल्ट से उसका गला भी बांध दिया, ताकि उसके बचने के बिल्कुल चांस न रहें। सौरभ को मौत के घाट उतारने के बाद दोनों ने तमंचे से सेफ तोड़ी और ज्वैलरी व नकदी लूटकर फरार हो गए।
दो शादियां भी कीं attend वहां से राकेश अपनी बाइक के पास पहुंचा तो बाइक नहीं मिली। दरअसल उसकी बाइक आते वक्त एक पत्रकार की बाइक से टकरा गई थी, इसलिए पुलिस बाइक को चौकी में उठाकर ले गई थी। बाइक न मिलने पर राकेश ने दूसरी बाइक में चाबी लगाई और वहां से भाग गया। वहां से वह देवरनियां थाना के जमुनियां में अपने मामा ओमप्रकाश के घर गया। 4 मई को दोनों ने दो शादियां अटेंड की और 5 मई को नैनीताल भाग गए। एसएसपी ने बताया कि ज्वैलरी बेचने के लिए पहले से ज्वैलर से बात की गई थी, इसलिए ज्वेलर व नशीली गोली देने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पूजा का था पूरा planपुलिस की पूछताछ में पता चला कि सारा प्लान पूजा का ही था। राकेश लूट व मर्डर नहीं करना चाहता था, लेकिन पूजा ने उसे मना करने पर रेप के केस में फंसाने की धमकी दी थी। यही नहीं पूजा अपने साथ म् मोबाइल रखती थी जिस बारे में उसके पिता को भी नहीं पता था। वहीं पूजा के पिता बेटी के जेल जाने पर दुखी नहीं बल्कि खुश हैं, क्योंकि उनकी बेटी ने गलत किया और उसे सजा मिलेगी।