जागी पुलिस, सबकी बनाएगी कुंडली
घर-घर पहुंचेगी पुलिसप्लान के तहत सभी सेंसिटिव एरियाज में रहने वाले 16 वर्ष से ऊपर के प्रत्येक मेल मेंबर का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके तहत मकान मालिकों, किराएदारों व घर में रह रहे रिश्तेदारों का पूरा नाम, पता व फोन नंबर लिया जाएगा। व्यक्ति की पहचान आसानी से की जा सके, इसके लिए उनका फोटो भी पहचान के रूप में रखा जाएगा। पुलिस अपने कैमरे से फोटो खींचेगी। सभी थानों में बीट कांस्टेबल्स घर-घर जाकर रिकॉर्ड तैयार करेंगे। स्टूडेंट्स अगर किराए पर कमरा लेकर रहते हैं तो उनका भी पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसके लिए सभी थानों में एक रजिस्टर मेंटेन किया जाएगा। फस्र्ट फेज में सेंसिटिव एरियाज को कवर किया जाएगा। बाद में इस प्लान को शहर के अन्य इलाकों में भी लागू किया जाएगा।दंगों से लिया सबक
कई बड़े शहरों में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस किराएदारों व नौकरों का वेरीफिकेशन कराती है। सूत्रों की मानें तो बरेली में ये प्रैक्टिस फॉलो नहीं हो रही थी। इसे सीरियसली नहीं लिया जा रहा था। इसी के चलते कई बार पुलिस को वारदात में शामिल किराएदारों व नौकरों को पकडऩे में प्रॉब्लम होती थी। पिछले दिनों शहर में दो बार हुए उपद्रव में पुलिस को यही प्रॉब्लम फेस करनी पड़ी। इससे निपटने के लिए एसएसपी ने नया प्लान तैयार किया है। इसे इंप्लीमेंट करने से यह परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी।बाहर वालों पर खास नजरएसएसपी सत्येंद्र वीर सिंह ने बताया कि शहर में एंटी सोशल एलीमेंट्स पर लगाम कसने के लिए प्लान रेडी है। कई बार ऐसा होता है कि जिले से बाहर रहने वाला व्यक्ति क्राइम करके भाग जाता है। पुलिस के पास उसका कोई रिकॉर्ड नहीं होता। शहर में दो बार हुए दंगे में बाहरी लोगों के शामिल होने की बात सामने आई। कई लोगों की पहचान के बाद पता चला कि वे किसी के रिश्तेदार थे, तो किसी के घर किराएदार।