Bareilly: यूं तो दोस्ती के इजहार के लिए किसी विशेष दिन पल मुहूर्त की जरूरत नहीं होती है फिर भी यूथ के बीच फ्रेंडशिप डे का क्रेज कुछ खास ही है. हो भी क्यों न... यह एक ऐसा दिन है जब आप किसी को भी फ्रेंडशिप के लिए प्रपोज कर सकते हैं. अपनी भूली-बिसरी यादों को ताजा करने के लिए खास है यह दिन. कुछ लोग तो इसे फ्रेंडशिप के रिन्यूवल का दिन भी मानते हैं. इस खास दिन के लिए मार्केट में भी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और दोस्तों ने फ्रेंडशिप बैंड्स और गिफ्ट्स भी कलेक्ट करने शुरू कर दिए हैं. हालांकि इस फ्रेंडशिप डे पर नाइट कफ्र्यू के चलते फ्रेंड्स ने घरों में या दिन में ही पार्टी अरेंज की हैं.


Bands का है crazeसिविल लाइंस के गिफ्ट शॉप ओनर भरत ने बताया कि उनकी शॉप पर फ्रेंडशिप बैंड्स और गिफ्ट की स्पेशल रेंज मौजूद है। इस बार चेन, स्टोन, बीड्स से बने फ्रेंडशिप बैंड्स ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं। वहीं गिफ्ट्स की बजाय फ्रेंडशिप काड्र्स ज्यादा खरीदे जा रहे हैं। बटलर प्लाजा के फ्लोरिस्ट श्रवण ने बताया कि फ्रेंडशिप डे के  लिए उन्होंने एक्स्ट्रा यलो रोज ऑर्डर किए हैं। फ्रेंडशिप डे पर यलो रोज के बुके और बड्स की डिमांड बढ़ जाती है। डीडीपुरम के गिफ्ट शॉप ओनर शांतनु ने बताया कि फ्रेंडशिप बैंड्स 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की रेंज में अवेलेबल हैं। इसमें अमेरिकन डायमंड से बने बैंड्स इस बार नए आए हैं।दिन में ही होगी party


अमिता ने बताया कि वह काफी दिनों से घर से बाहर ही नहीं जा पाई हैं। इस बार उन्होंने अपनी फ्रेंड्स को अपने घर पर ही पार्टी में इनवाइट किया है और घर में ही इस दिन को खास बनाने का पूरा अरेंजमेंट किया है। इसे वह क्लासिकल थीम पर सेलिब्रेट कर रही हैं। इसमें सभी फ्रेंड्स को किसी रेट्रो थीम पर डांस करना होगा।  Bikes पर होगी मस्ती

विशाल, मुकुल, तुषार, शुभम, शाहरुख फ्रेंड्स हैं। विशाल ने बताया कि इस बार पार्टी तो घर पर ही अरेंज की है। बाइक्स पर लॉन्ग ड्राइव करेंगे। हर बार इस दिन को स्पेशल बनाने के लिए कुछ खास जरूर करते हैं पर इस बार रात में घर से निकल पाना पॉसिबल नहीं हो पाएगा। तो दिन के लिए ही प्लान बनाया है। स्कूल बंद रहने का पड़ेगा असरकफ्र्यू की वजह से शहर में फ्रेंडशिप डे पर होटल, रेस्टोरेंट्स में स्पेशल अरेंजमेंट्स नहीं किए जा रहे हैं। वहीं स्कूल, कॉलेज बंद होने से फ्रेंड्स भी नहीं मिल पा रहे हैं। फ्रेंड्स को इस बात मलाल तो है पर फिर भी वह इस दिन को जाया नहीं होने देना चाहते हैं। स्कूल, कॉलेज में न सही घर या मार्केट में ही इस दिन को स्पेशल बनाने के लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं।क्योंकि हर एक friend जरूरी होता हैवी आर वेटिंग फॉर फ्रेंडशिप डे। एक्चुअली हमने पार्टी प्लान की थी। पर अब हम इस दिन को लॉन्ग ड्राइव के साथ स्पेशल बनाएंगे।-विशाल, स्टूडेंटमुझे यह दिन बहुत पसंद है। मैंने इस दिन घर पर ही पार्टी ऑर्गनाइज की है। वहीं इस बार मैंने फ्रेंड्स के लिए सरप्राइज भी रखा है।-तुषार,  स्टूडेंट

इस बार मैंने फ्रेंड्स के लिए स्पेशल गिफ्ट्स लिए हैं। ये फ्रेंडशिप डे हमेशा हमें याद रहे, इसलिए इस बार सब कुछ स्पेशल है।-मुकुल, स्टूडेंटएक्चुअली इस बार हम सब 12वीं में हैं। हो सकता है नेक्स्ट ईयर हम साथ में न हों। तो इस बार सब कुछ सबसे स्पेशल होगा।-शुभम, स्टूडेंटमैंने सभी फ्रेंड्स के लिए सरप्राइज प्लान किया है। यह सभी को उसी दिन पता चलेगा। मैं इस दिन के लिए कई दिन से वेट कर रहा था।-शाहरुख, स्टूडेंटकॉलेज ओपन नहीं हैं, इसलिए पार्टी प्लान करने में थोड़ी प्रॉब्लम हुई है। पर इस बार मैंने बहुत ही स्पेशल पार्टी प्लान की है।-अमिता, स्टूडेंटमुझे तो इस दिन का खास इंतजार रहता है। मुझे मेरे फ्रेंड्स इसी दिन मिले थे। मेरी जिंदगी में तो इस दिन की स्पेशल इंपॉर्टेंस है।-शिवांगी, स्टूडेंटमैं तो अपने फ्रेंड्स के लिए गिफ्ट्स ले आई हूं। हम दोपहर में ही फ्रेंड्स के साथ इस दिन क ो सेलिब्रेट करेंगे। इट्स स्पेशल।-प्रेरणा, स्टूडेंटये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे
वह बचपन में साथ खेले, स्कूल में साथ गए, एक ही कॉलेज में एडमिशन लिया और इकलौते बेटे ने दोस्त की खातिर पुश्तैनी व्यापार की बजाए बिजनेस में दोस्त का हाथ बंटाया। ये दोस्ती है नदीम और शारिक की। नदीम की बड़े बाजार में इमिटेशन ज्वैलरी की थोक की दुकान है। नदीम तो कई बार बिजनेस के सिलसिले में बाहर रहते हैं, इस दौरान उनका बिजनेस शारिक के हवाले होता है।पत्नी भी नाराज हो जाती हैनदीम की शॉप के पास में ही शारिक के पापा की दुकान है पर वह वहां नहीं जाते। यहां तक कि किसी दिन उनके पापा दुकान पर न हों तो उनके कजिन संभालते हैं। शारिक कहते हैं कि वह बचपन से नदीम के साथ हैं और उनसे जुदा नहीं होना चाहते हैं। नदीम ने बताया कि शारिक उनकी जिंदगी में फरिश्ते की तरह हैं। इस दोस्त की खातिर तो कभी-कभी पत्नी भी नाराज हो जाती है पर ऐसे दोस्त पर उन्हें फक्र है। शारिक उन्हें पूरी आजादी देते हैं और वह शारिक से अपनी जिंदगी का हर पल शेयर करते हैं। नदीम ही है मेरा घर-परिवार
शारिक ने बताया कि नदीम जैसा दोस्त मिलना मेरी खुशनसीबी है। नदीम मेरी छोटी से छोटी बात का ख्याल रखते हैं। बचपन से ही मुझे नदीम क ा साथ मिला है। जब कॉलेज कंप्लीट हुआ तो बिजनेस के चलते अलगाव न हो इसलिए नदीम ने मुझे अपनी दुकान भी सौंप दी। ताकि दिल में दूरियों की कसक पैदा न हो जाए। मुझे तो नदीम में अपना पूरा परिवार नजर आता है।

Posted By: Inextlive