रिश्ते के लिए बने मुन्नाभाई
-ITBP के एग्जाम में पकड़े गए तीन सॉल्वर
-बायोमेट्रिक सिस्टम के जाल में फंस गए BAREILLY: रिश्तेदारों का भविष्य सुधारने के चक्कर में तीन युवक अपना भविष्य खराब कर बैठे। रिश्तेदारों की आईटीबीपी (इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिसस) में नौकरी पक्की कराने के लिए मुन्नाभाई बनने की प्लानिंग की। वह एग्जाम सेंटर तक भी पहुंच गए, लेकिन बायोमेट्रिक सिस्टम के जाल में फंस गए। एंट्री करते वक्त उनके फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ और पकड़ में आ गए। आईटीबीपी के अधिकारियाें ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है। बायोमेट्रिक सिस्टम से हुई इंट्री कैंट बुखारा में आईटीबीपी की थर्ड बटालियन है। रेडियो ऑपरेटर का फिजिकल टेस्ट कुछ दिनों पहले हुआ था। संडे को सिटी के अलग-अलग सेंटर पर रिटेन एग्जाम कंडक्ट कराया गया। बायोमेट्रिक सिस्टम से पास होने के बाद ही कैंडिडेट को एंट्री दी जा रही थी।भाई की तबीयत खराब थी
बारादरी के रुहेलखंड चौकी अंतर्गत सोबती पब्लिक स्कूल में भी सेंटर था। यहां पर बमनौली बड़ौत, बागपत निवासी अश्वनी तोमर पुत्र प्रहलाद सिंह के स्थान उसका बड़ा भाई सोनू एग्जाम देने पहुंचा था। दोनों भाइयों की शक्ल आपस में काफी मिलती-जुलती है। इसलिए सोनू अश्वनी का एडमिट कार्ड लेकर आया था। गेट पर एंट्री के वक्त आईटीबीपी के जवानों को फोटो देखकर सोनू पर कुछ शक हुआ। वहीं बायोमेट्रिक मशीन में भी उसकी फोटो और फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुए और वह पकड़ा गया। उसने बताया कि भाई की तबीयत खराब होने के चलते वह एग्जाम देने आया था।
मामा की जगह देने पहुंचा एग्जाम सोबती में ही गढ़ उमराव शदाबाद, हाथरास निवासी जितेंद्र सिंह पुत्र शेर सिंह के स्थान फिरोजाबाद निवासी रजनीश (परिवर्तित नामम) सिंह एग्जाम देने आया था। रजनीश रिश्ते में जितेंद्र का मामा है। वह भी जितेंद्र के एडमिट कार्ड पर एग्जाम देने के लिए पहुंचा था। फोटो आैर बायोमेट्रिक सिस्टम में मैच नहीं हाेने कारण वह भी पकड़ा गया। एडमिट कार्ड में चेंज किया फोटो वहीं किला के तिलक इंटर कॉलेज में भी एग्जाम सेंटर था। यहां पर खेर, अलीगढ़ निवासी पुत्र योगेंद्र मौसेरे भाई धर्मेश के स्थान पर एग्जाम देने आया था। देवेश ने एडमिट कार्ड में अपना फोटो लगा लिया था, लेकिन बायोमेट्रिक सिस्टम में उसका यह खेल पकड़ गया। खुद का भविष्य कर लिया खराबसोनू, रंजीत के साथ-साथ अश्वनी और जितेंद्र के खिलाफ बारादरी थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं देवेश और धर्मेश के खिलाफ किला थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। मंडे को उन्हें जेल भेजा जाएगा। एफआईआर दर्ज हाेने के बाद वे सरकारी नौकरी नहीं पा सकेंगे।
फोटो न छापना सर एग्जाम में पकड़े गए मुन्नाभाई अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि उन्हें नहीं पता था कि बायोमेट्रिक सिस्टम है जिसकी वजह से वह पकड़े जाएंगे। तीनों कह रहे हैं कि उनका फोटो न छापा जाए क्योंकि उनका कॅरियर बर्बाद हो जाएगा। आईटीबीपी के एग्जाम में रिश्तेदारों के स्थान पर एग्जाम देने पहुंचे युवकों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों को आईटीबीपी ने ही बायोमेट्रिक सिस्टम के तहत पकड़ा है। राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी बरेली